राजस्थान और गुजरात के बॉर्डर जिले के कलेक्टर-एसपी समेत अधिकारियों की मीटिंग
डूंगरपुर। राजस्थान में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बुधवार को राजस्थान और गुजरात के सीमावर्ती जिलों के कलेक्टर-एसपी के साथ बैठक हुई. इसमें दोनों राज्यों के अधिकारियों के बीच अवैध कारोबार की रोकथाम पर कड़ी कार्रवाई करने और निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव के लिए गुंडा तत्वों को पकड़ने जैसे कई मुद्दों पर सहमति बनी. अरवल्ली जिला कलेक्टर प्रशस्ति पारीक, महिसागर कलेक्टर सीएल पटेल, डूंगरपुर कलेक्टर लक्ष्मीनारायण मंत्री, तीनों जिलों के एसपी संजय डी. खरात, राकेश पी. बारोट, कुंदन कावरिया, उपजिला निर्वाचन अधिकारी कुंजल के. शाह, हेमेंद्र नागर के एसडीएम और बैठक में सीमावर्ती क्षेत्र प्रवीण कुमार मीना, मोहकम सिंह सिनसिनवार, सुभाषचंद्र हेमानी, अमित कुमार चौधरी, डीएसपी व थानाप्रभारी शामिल हुए। आरटीडीसी मिडवे होटल रतनपुर में हुई संयुक्त बैठक में दोनों राज्यों के अधिकारियों के बीच फरार अपराधियों को पकड़ने पर सहमति बनी।
महिसागर और अरावली में रहने वाले अपराधियों की सूची दोनों जिलों के अधिकारियों के साथ साझा की गई. 13 अंतरराज्यीय शराब तस्करों की सूची भी दी गई है, गुजरात सरकार से समन्वय बनाकर कार्रवाई की जाएगी. नाकाबंदी योजना के तहत डूंगरपुर जिले के पुलिस थाना बिछीवाड़ा में रतनपुर, गेड़ (बोबी माता), पुलिस थाना धंबोला में रास्तापाल, नीलकंठ, मांडली, सरथुना चौकी, पुनावाड़ा, पुलिस चौकी पीठ और गुजरात राज्य के अरवल्ली जिले के पुलिस थाना रामसागड़ा में पुलिस थाना वीरपुर . पुलिस थाना शामलाजी के रतनपुर, बोबी माता (जंबूड़ी), दादली, जगाबोर, पुलिस थाना भीलूड़ा के अंबाबार पाटिया कुआं, बुधराशन, पुलिस थाना इसरी के रेंदलावाड़ा, पुलिस थाना मेघरेज के उंडवा, पुलिस थाना बाकोर के कालियाकुआं, पुलिस थाना दितवास के कालाक्षेत्र नाकेबंदी का स्थान सरसवा चौकड़ी को चुना गया। चुनाव के समय खासकर इन चौकियों पर अपराध और तस्करी पर नियंत्रण के लिए कार्रवाई की जायेगी. दोनों राज्यों के सीमावर्ती जिलों के अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर अपराध रोकने की कार्रवाई करेंगे।