दौसा। दौसा तेजी से फेल रहे आई फ्लू को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। इसके साथ ही आई फ्लू की रोकथाम के लिए शासन स्तर से भी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। जिला अस्पताल उप पीएमओ डॉ. अशोक सिंह ने बताया कि आई फ्लू से बचाव के लिए इन दिनों विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। अपनी आंखों को बार-बार न छुएं, छूने से पहले हाथों को साबुन से धोएं या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। संक्रमित व्यक्ति का तौलिया, रुमाल, चादर, तकिया आदि दूर रखें और किसी अन्य को इनका उपयोग न करने दें, स्विमिंग पूल या तालाब में न नहाएं, आंखों में कॉन्टैक्ट लेंस न पहनें, धूप का चश्मा या चश्मा पहनें, आंखों की सुंदरता बढ़ती है सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग न करें, साफ-सफाई रखें, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न जाएं, यदि आंखों से पानी बह रहा हो तो साफ कपड़े से साफ करें और ठंडे साफ पानी से आंखों को बार-बार धोएं और इस्तेमाल किए गए कपड़े को गर्म पानी से धोकर अस्पताल जाएं।
नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं और डॉक्टर द्वारा बताई गई दवा लें। गौरतलब है कि बांदीकुई उपजिला अस्पताल में इन दिनों आई फ्लू के रोजाना 200 मरीज आ रहे हैं. नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. पवन जारवाल ने बताया कि यह बीमारी दस दिन तक रहेगी। इस बार फ्लू बीमारी का वायरस तेजी से फैल रहा है। इस बीमारी की चपेट में आने से बचने के लिए लोग पहले से फोटोक्रोमिक चश्मा खरीदकर लगा रहे हैं। अबतक सामान्य काला चश्मा 50 रुपये तक में मिल जाता था, मगर इन दिनों दो से ढाई सौ रुपये तक में लोग खरीद रहे हैं। आंखों में चुभन शुरू होते ही चश्मा खरीदकर लोग लगा लेते हैं। इसलिए मरीज ज्यादा आ रहे हैं. धूल से बचाव के लिए चश्मा लगाने के लिए कहा जाता है। उन्होंने बताया कि इस बीमारी से बचे रहने के लिए किसी दूसरे की रूमाल को हाथ में न ले। आई फ्लू संक्रमित मरीजों से हाथ मिलाने से बचें। उनके करीब जाने से बचें।