कोटा। कोटा में कोचिंग में एडमिशन प्रोसेस चल रहे हैं। ऐसे में लाखों की तादाद में स्टूडेंटस कोटा पहुंच रहे है। यहां हॉस्टल में और पीजी में बच्चे किराये से कमरा लेकर रह रहे है। इसी बीच हॉस्टलों में बच्चों को परेशान होने की शिकायते भी प्रशासन तक पहुंच रहे है। ऐसे में प्रशासन भी अब सख्त मूड में है। इसे लेकर एक बैठक भी आयोजित की गई जिसमें हॉस्टल संचालकों को बच्चों की सुविधाओं का ध्यान रखने और परेशान नहीं करने को लेकर हिदायत दी गई।
इधर, लगातार निगम की टीमें भी हॉस्टलों में निरीक्षण का सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं। इधर, चिकित्सा विभाग ने भी कोटा में दो हॉस्टलों का निरीक्षण किया और वहां से फूड सैंपल कलेक्ट किए। खाद्य सुरक्षा टीम ने तीन हॉस्टलों का निरीक्षण कर दो हॉस्टल से खाद्य पदार्थों के 8 नमूने लिए। टीम के एफएसओ संदीप अग्रवाल ने बताया कि जब टीम डिस्ट्रिक्ट सेंटर जवाहर नगर में श्याम रैजीडेंस हॉस्टल पर पहुंची तो हॉस्टल संचालक नही मिला। टीम ने कुन्हाड़ी लेण्डमार्क सिटी स्थित खालसा रैजीडेंस से दही, दाल, मिर्च पावडर व नमक का एक-एक नमूना लिया। इसी तरह लेण्डमार्क सिटी के दूसरे एमबी हॉस्टल का निरीक्षण कर वहां से भी चार नमूने हल्दी, मिर्च, धनिया व नूडल्स के लेकर लैब भिजवाएं हैं। जिनकी रिपोर्ट मिलने पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। इस दौरान हॉस्टल संचालकों को साफ-सफाई रखने के लिए पांबद किया गया। गौरतलब है कि पिछले दिनों हॉस्टलों में बच्चों की फीस बढ़ाने से लेकर कई शिकायतें प्रशासन को मिली थी। जिसके बाद कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। बुधवार को ही निगम ने जवाहर नगर इलाके में एक हॉस्टल सीज किया है।