शहीद अजीत सिंह की तीसरी पुण्यतिथि मनाई गई: परिवार और ग्रामीणों ने दी श्रद्धांजलि
अलवर न्यूज: बहरोड़ पंचायत समिति के ग्राम पंचायत गंडाला में शौर्य चक्र विजेता शहीद अजीत सिंह की तीसरी पुण्यतिथि मनाई गई। रामरतन जोशी राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में स्थापित शहीद की प्रतिमा के समक्ष शहीद के परिजनों व ग्रामीणों ने हवन यज्ञ किया. शहीद अजीत सिंह अमर रहे को मंत्रोच्चारण कर श्रद्धांजलि दी गई। बहादुर भाई को याद कर बहनों की आंखें नम हो गईं।
नक्सलियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए
उप तहसील गंडाल निवासी हेड कांस्टेबल अजीत सिंह कोबरा बटालियन में सीआरपीएफ में कार्यरत था. वह 10 फरवरी 2020 को छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के पालमेड़ इलाके में अपने साथियों के साथ पेट्रोलिंग कर रहा था. इसी बीच कोबरा टीम की नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई. उन्होंने कई नक्सलियों को मार गिराया। लेकिन नक्सलियों से लड़ते हुए वह भी गंभीर रूप से घायल हो गया। 19 फरवरी 2020 को अस्पताल में इलाज के दौरान देश की रक्षा करते हुए हमेशा के लिए चल बसे।
राठ क्षेत्र के वीर सैनिक शहीद अजीत सिंह असाधारण वीरता, अदम्य साहस, राष्ट्र के प्रति समर्पण और कर्तव्यपरायणता का परिचय देते हुए शहीद हो गए। जिसके लिए उनकी पत्नी अनीता देवी को मरणोपरांत 1 जून 2022 को राष्ट्रपति भवन में शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है। 26 जनवरी 2022 को सीआरपीएफ के अधिकारी शौर्य चक्र मिलने की सूचना देने शहीद के घर पहुंचे और वीरांगना अनीता देवी को दिया. शहीद अजीत सिंह तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर थे। शहीद के दो बेटे हैं। जिसमें बड़ा बेटा 25 वर्षीय आशीष यादव और दूसरा छोटा बेटा 19 वर्षीय अभिषेक यादव है।