Jaipur: त्रिवेदी एचजेयू की मीडिया कार्यशाला में मीडिया जगत के विशेषज्ञों ने रखे विचार
Jaipur जयपुर । पत्रकारिता कॅरियर नहीं, आत्मसिद्धि की साधना है। तभी हम हाशिए पर खड़े आखिरी व्यक्ति के लिए मंगलकारी पत्रकारिता कर पाएंगे। व्यावसायिक उत्कृष्टता से पहले जरूरी है, अच्छा व्यक्ति होना। यह बात प्रसिद्ध टीवी पत्रकार और एंकर श्रीवर्धन त्रिवेदी ने कही। श्रीवर्धन गुरुवार को हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय (एचजेयू) में आयोजित मीडिया कार्यशाला और व्याख्यानमाला के उद्घाटन सत्र के मुख्य वक्ता के रूप में कही। पत्रकारिता और जनसंचार के विद्यार्थियों का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि शोधवृत्ति आत्मावलोकन और प्रश्नाकुलता की लौ हमेशा जलाए रखें। श्रीवर्धन विद्यार्थियों को पत्रकारिता का गुरु मंत्र देते हुए कहा, "कहीं उम्मीद हंसती है, कही जमीं रोती है, यहीं से पत्रकारिता की शुरुआत होती है।"
जयपुर स्थित राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुधि राजीव ने की। उन्होंने पत्रकारिता के विद्यार्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि यथास्थिति को चुनौती देते हुए परिवर्तन लाना शोध का प्रस्थान बिंदु है।
द्वितीय सत्र में भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली के असिस्टेंट डायरेक्टर अंकुर विजयवर्गीय ने ‘पब्लिक रिलेशंस में स्टोरी टेलिंग’ विषय पर पर रोशनी डाली। तृतीय सत्र में डिफेंस पीआरओ (राजस्थान) कर्नल अमिताभ शर्मा ने डिफेंस पत्रकारिता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने देश की सुरक्षा से जुड़े मामलों की रिपोर्टिंग के दौरान ध्यान रखने वाली बातें साझा कीं। इस दौरान एक सत्र पैनल चर्चा का भी रखा गया जिसमें जानेमाने स्तंभकार डॉ. राजेश कुमार व्यास ने वरिष्ठ पत्रकार आनंद चौधरी और हर्षा कुमारी सिंह से समकालीन पत्रकारिता पर चर्चा की। इस दौरान आनंद चौधरी और हर्षा कुमारी ने राजस्थान में उनके द्वारा की गई जनहितैषी पत्रकारिता के कई उदाहरण भावी पत्रकारों के साथ साझा किए।
आखिरी सत्र में जानेमाने फोटो पत्रकार पुरुषोत्तम दिवाकर ने फोटो पत्रकारिता के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला। इस दौरान प्रो. फकीर मोहन ने भी फोटो पत्रकारिता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। कार्यशाला के संयोजक डॉ. अजय कुमार सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री बी.एल. मेहरड़ा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस दौरान हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय के अलावा कई अन्य विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के जनसंचार के विद्यार्थी और शिक्षक भी उपस्थित थे।