Madhopur माधोपुर: जिला प्रशासन एवं उप निदेशक उद्यान सवाई माधोपुर द्वारा राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अन्तर्गत उद्यानिक फसलों की वैज्ञानिक खेती विषय पर दो दिवसीय जिला स्तरीय कृषक सेमीनार का आयोजन गुरूवार को जिला कलक्टर शुभम चौधरी के मुख्य आतिथ्य में फूल उत्कृष्टता केन्द्र सवाई माधोपुर में हुआ।
जिला स्तरीय कृषक सेमिनार में जिले के प्रगतिशील किसानों को सम्बोधित करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि परंपरागत खेती के साथ-साथ उद्यानिकी फसलों की वैज्ञानिक खेती अपनाकर अधिक उत्पादन व बेहतर गुणवत्ता से किसान अपनी आय में निरंतर वृद्धि कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सहभागिता, आपसी सहयोग एवं नई तकनीक से किसान के जीवन को समृद्ध बनाना राज्य सरकार का प्रमुख ध्येय है। सवाई माधोपुर में परम्परागत फसलों के साथ-साथ अमरूद, आंवला, मिर्ची, टमाटर व अन्य फल, सब्जी, मसाले और औषधीय पौधों की खेती की अपार संभावनाएं है। उन्होंने किसानों से जागरूक रहकर फसल उत्पादन में विविधता लाने एवं ग्रीन हाउस, पॉली हाउस, शेडनेट आदि कृषि तकनीको का उपयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जल की बचत और पौधों को आवश्यकतानुसार नमी देने के लिए ड्रिप एवं स्प्रिंकलर सिंचाई को अपनाना आवश्यक है। जैविक व एकीकृत कीट प्रबंधन अपनाकर फसलों को नुकसान से बचाया जा सकता है।
इस दौरान संयुक्त निदेशक उद्यान योगेश कुमार शर्मा ने उद्यानिकी विकास में एफपीओं के योगदान के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। एनएचआरडीएफ कोटा के वैज्ञानिक एन.के. सिंह ने लहसुन व प्याज की उन्नत खेती एवं कम लागत पर भण्डारण के बारे में कृषकों को जानकारी प्रदान की गई। सहायक आचार्य डॉ. हेमराज गुर्जर ने अमरूद की खेती में निमोटोड प्रबंधन के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए किसानों को अमरूद के बगीचों में रोगों से बचाव के उपाय बताए। साथ ही अतिरिक्त निदेशक देशराज सिंह ने विभागीय योजनाओं की जानकारी देते हुए अधिक से अधिक लाभ लेने हेतु कृषकों को प्रेरित किया।
इस दौरान संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार राकेश कुमार अटल, उप निदेशक कृषि एवं पीडी आत्मा अमर सिंह, उप निदेशक उद्यान डॉ. हेमराज मीणा, उप निदेशक फूल उत्कृष्टता केन्द्र लखपत मीणा, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष दीपक मीणा सहित अन्य जनप्रतिनिधि व कृषक उपस्थित रहे।