Alwar अलवर । केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री तथा अलवर सांसद श्री भूपेन्द्र यादव ने आज चैम्बर ऑफ कॉमर्स में पीएनबी एमएसएमई एक्सपो 2025 में शिरकत कर पीएनबी बैंक द्वारा लगाई गई वित्तीय सेवाओं संबंधित, एफपीओ, जिला उद्योग केंद्र एवं पीएनबी आरसेटी की स्टॉल्स का अवलोकन किया ।
केंद्रीय मंत्री और अलवर सांसद श्री भूपेंद्र यादव ने आज पीएनबी एमएसएमई एक्सपो के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि केंद्रीय बजट 2025-26 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करता है और हर नागरिक के सपनों को पूरा करता है। यह बजट बचत, निवेश, खपत और विकास को बढ़ाएगा। उन्होंने इस ‘लोगों के बजट’ यानि ‘पीपल्स बजट‘ के लिए प्रधामंत्राी श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय वित्त और कॉर्पाेरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण एवं उनकी टीम को बधाई दी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा आमतौर पर बजट का ध्यान सरकार के खजाने को भरने पर होता है। लेकिन इस बजट में नागरिकों की जेब भरने, उनकी बचत बढ़ाने और उन्हें देश के विकास में भागीदार बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इस बजट में सुधारों की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। उन्होंने परमाणु ऊर्जा में निजी क्षेत्र को बढ़ावा देने के ऐतिहासिक फैसले पर प्रकाश डाला। उन्होंने आगे कहा कि भविष्य में असैन्य परमाणु ऊर्जा देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान सुनिश्चित करेगी। उन्होंने बताया कि बजट में सभी रोजगार क्षेत्रों को प्राथमिकता दी गई है। आने वाले समय में महत्वपूर्ण बदलाव लाने वाले दो बड़े सुधारों का उल्लेख करते हुए श्री यादव ने कहा कि जहाज निर्माण को अवसंरचना का दर्जा देने से भारत में बड़े जहाजों के निर्माण को बढ़ावा मिलेगा, आत्मनिर्भर भारत अभियान में तेजी आएगी। अवसंरचना की श्रेणी में 50 पर्यटन स्थलों पर होटलों को शामिल करने से पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलेगा, जिससे आतिथ्य क्षेत्र, जो सबसे बड़ा रोजगार क्षेत्र है, को नई ऊर्जा मिलेगी। उन्होंने अलवर में पर्यटन की अपार संभावनाओं के दृष्टिगत बैंक को अलवर में पर्यटन क्षेत्रा को बढावा देने के लिए कोर क्षेत्रा के रूप में फाइनेंसिंग की विशेष सुविधा देने पर जोर दिया।
श्री यादव ने बताया कि देश ‘विकास भी, विरासत भी’ के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने उल्लेख किया कि ज्ञान भारतम मिशन के शुभारंभ के माध्यम से एक करोड़ पांडुलिपियों को संरक्षित करने के लिए इस बजट में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इसके अतिरिक्त, भारतीय ज्ञान परंपराओं से प्रेरित एक राष्ट्रीय डिजिटल भण्डार बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बजट में किसानों के लिए की गई घोषणाएं कृषि क्षेत्र और पूरी ग्रामीण अर्थव्यवस्था में नई क्रांति की नींव रखेंगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के तहत 100 जिलों में सिंचाई और अवसंरचना का विकास किया जाएगा। किसान क्रेडिट कार्ड की सीमा 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये करने से किसानों को अधिक सहायता प्राप्त होगी। उन्होंने उल्लेख किया कि बजट में 12 लाख रुपये तक की आय को कर से मुक्त रखा गया है। उन्होंने कहा कि सभी आय वर्गों के लिए कर में कटौती की गई है, जिससे मध्यम वर्ग और नई नौकरी पाने वालों को बहुत लाभ होगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा बजट में उद्यमियों, एमएसएमई और छोटे व्यवसायों को मजबूत करने और नई नौकरियां पैदा करने के लिए विनिर्माण पर 360 डिग्री यानि संपूर्ण ध्यान केंद्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ प्रौद्योगिकी, चमड़ा, फुटवियर और खिलौना उद्योग जैसे क्षेत्रों को राष्ट्रीय विनिर्माण मिशन के तहत विशेष समर्थन मिला है। उन्होंने जोर देकर कहा कि लक्ष्य स्पष्ट है कि भारतीय उत्पाद वैश्विक बाजार में अपनी चमक बिखेरें। इस बात पर जोर देते हुए कि बजट में राज्यों में एक जीवंत और प्रतिस्पर्धी निवेश वातावरण बनाने पर विशेष जोर दिया गया है, श्री यादव ने एमएसएमई और स्टार्टअप के लिए ऋण गारंटी को दोगुना करने की घोषणा पर प्रकाश डाला। उन्होंने एससी, एसटी और पहली बार के उद्यमियों के लिए बिना गारंटी के 2 करोड़ रुपये तक का ऋण प्रदान करने की योजना की शुरुआत का उल्लेख किया। उन्होंने गिग वर्कर्स के लिए महत्वपूर्ण घोषणा पर जोर दिया, जिसके तहत पहली बार ई-श्रम पोर्टल पर उनका पंजीकरण किया जाएगा गया, जिससे वे स्वास्थ्य सेवा और अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ उठाने में सक्षम होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह श्रम की गरिमा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को प्रतिबिंबित करता है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि जन विश्वास 2.0 जैसे विनियामक और वित्तीय सुधार न्यूनतम सरकार और विश्वास-आधारित शासन के प्रति प्रतिबद्धता को मजबूत करेंगे। उन्होंने कहा कि यह बजट न केवल देश की वर्तमान जरूरतों का समाधान करता है, बल्कि भविष्य के विकसित भारत की तैयारी में भी मदद करता है।
केंद्रीय बजट 2025-26 में एमएसएमई के लिए प्रमुख प्रावधान
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के बजट में क्रेडिट पहुंच को बेहतर कर, पहली बार उद्यमियों को सहयोग प्रदान कर और श्रम-गहन उद्योगों को प्रोत्साहन देकर एमएसएमई क्षेत्रों को मजबूत करने के लिए निवेश और टर्न ओवर सीमा को क्रमशः 2.5 गुणा और दो गुणा बढा दिया गया है। इससे दक्षता में सुधार, तकनीकी अपनाने और रोजगार सृजन होगा। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म और लघु उद्यमों के लिए क्रेडिट गारंटी कवर को 5 करोड रूपये से बढाकर 10 करोड रूपये कर दिया गया है, जिससे 5 वर्षों में 1.5 लाख करोड का अतिरिक्त क्रेडिट संभव होगा। साथ ही 27 प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में लोन के लिए एक प्रतिशत की कम शुल्क के साथ स्टार्टअप का गारंटी कवर 10 करोड से दुगुना कर 20 करोड हो जाएगा। उन्होंने कहा कि निर्यातक एमएसएमई को बढे हुए गारंटी कवर के साथ 20 करोड तक सावधि ऋण से लाभ होगा।
श्री यादव ने कहा कि नई क्रेडिट कार्ड योजना उद्यम पोर्टल पर पंजीकृत सूक्ष्य उद्यमों को 5 लाख रूपये का क्रेडिट प्रदान करेगी, जिसमें पहले वर्ष में 10 लाख कार्ड जारी किए जाएंगे। साथ ही स्टार्टअप को सहयोग बढाने के लिए 10 हजार करोड का नया फण्ड ऑफ फण्ड्स स्थापित किया जाएगा। पहली बार काम करने वाली 5 लाख महिलाओं, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उद्यमियों के लिए स्टेंड-अप योजना से सीख लेकर 5 वर्षों में 2 करोड तक का सावधि ऋण प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि फुटवियर और चमडा क्षेत्र के लिए एक फोकस उत्पाद योजना से इस क्षेत्र को प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे लगभग 22 लाख नौकरियां सृजित होंगी और 4 लाख करोड रूपये का टर्न ओवर होने की उम्मीद है। खिलौना क्षेत्र के लिए एक नई योजना कलस्टर विकास और कौशल निर्माण को प्रोत्साहन प्रदान करेगी, जिससे भारत वैश्विक खिलौना विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय विनिर्माण मिशन मेकइन इंडिया पहल के अंतर्गत छोटे, मध्यम और बडे उद्योगों के लिए नीति सहयोग और रोडमेप प्रदान करेगा। वहीं स्वच्छ तकनीकी विनिर्माण, सौर पीवीसेल, ईवी बैटरी, पवन टर्बाइन और उच्च वोल्टेज ट्रांसमिशन उपकरण के घरलू उत्पादन को प्रोत्साहन देने पर विशेष फोकस किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री श्री यादव ने कहा कि भारत सरकार ने अर्थव्यवस्था में एमएसएमई की महत्वपूर्ण को पहचानते हुए इस क्षेत्र को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से मजबूत पहलों की एक श्रृंखला लागू की है। इन पहलों में वित्तीय सहायता और खरीद नीतियों से लेकर क्षमता निर्माण और बाजार एकीकरण तक शामिल है। उन्होंने कहा कि प्रमुख पहलों में उद्यम पंजीकरण पोर्टल, पीएम विश्वकर्मा योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी), पारम्परिक उद्योगों के उत्थान के लिए निधि की योजना (स्फूर्ति) एवं सूक्ष्म और लघु उद्यमों के लिए सार्वजनिक खरीद नीति शामिल है। इनका उद्देश्य उद्यमिता को प्रोत्साहन देना, रोजगार बढाना और अनौपचारिक क्षेत्रों को औपचारिक अर्थव्यवस्था में एकीकृत करना है। ये पहल एमएसएमई को सहयोग देने एवं देशभर में समावेशी आर्थिक विकास को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
पीएनबी के मंडल प्रमुख श्री गिरवर कुमार अग्रवाल ने बताया कि बैंक द्वारा आज चैम्बर भवन अलवर में एमएसएमई आउटरीच प्रोग्राम 2025 का आयोजन किया गया है, एक्सपो में पारंपरिक व्यवसासियों व नव उद्यमियों को उनके वर्तमान व्यवसाय में वृद्धि के लिए व नए व्यवसाय को स्थापित करने के लिए पेशेवर बैंकर्स द्वारा विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। साथ ही ऋण की बैंक द्वारा मौके पर ही सैद्धांतिक अथवा पूर्ण स्वीकृति दी गई। उन्होंने बताया कि प्रोग्राम में एमएसएमई के डिजिटल उत्पाद जैसे ई-मुद्रा, ई-जीएसटी एक्सप्रेस, डिजी एमएसएमई लोन तथा अन्य संबंधित उत्पाद पीएनबी वन एप अथवा बैंक वेबसाइट के माध्यम से बिना शाखा में गए मात्र 3-4 क्लिक में अपने खाते में प्राप्त किए जाने योग्य ऋण उत्पादों की भी जानकारी दी गई। श्री अग्रवाल ने कहा कि पीएनबी अलवर जिले का अग्रणी बैंक होने के नाते अलवर व भिवाड़ी के उद्यमियों के साथ है, बैंक अपनी शाखाओं के माध्यम से सेवाएं देने हेतु सदैव तत्पर रहेगा। उन्होंने बताया कि इन एमएसएमई आउटरीच प्रोग्राम में अलवर के अतिरिक्त भिवाड़ी, तिजारा, बहरोड़, कोटपुतली, खैरथल, दौसा, लालसोट इत्यादि क्षेत्र के ग्राहक व नव व्यवसायियों को बैंक से जुडने व आसान शर्तों पर ऋण प्राप्त करने का सुअवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने अलवर नगर के सभी ग्राहकों व गणमान्य व्यवसायियों से इस एक्सपो में विजिट करने व बैंक से जुड़ने के लिए आभार व्यक्त किया। श्री पवन सिंह ने एमएसएमई के क्षेत्र में बैंक के नवीन आयाम की जानकारी देते हुए उद्यमियों की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया। कार्यक्रम में बैंक से जुड़े सभी प्रसिद्ध उद्यमियों को स्मृति चिन्ह देखकर सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर जिला प्रमुख श्री बलबीर सिंह छिल्लर, रामगढ विधायक श्री सुखवंत सिंह,एडीएम शहर श्रीमती बीना महावर, प्रधान कार्यालय नई दिल्ली के महाप्रबंधक श्री पवन सिंह, पीएनबी जयपुर अंचल कार्यालय के सहायक महाप्रबंधक श्री मोहित सक्सेना, जीएम डीआईसी श्री एम.आर मीणा, कृषि उपज मंडी के उपनिदेशक श्री नरेश यादव, लीड बैंक प्रबंधक श्री बाबूलाल पालरिया, अलवर चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्डस्ट्री राजेश कुमार गुप्ता, जिला अध्यक्ष श्री अशोक गुप्ता, श्री बन्नाराम मीणा, श्री दौलतराम, श्री संजय नरूका, श्री ऋषिराज शर्मा, श्री ईश भारद्वाज, श्री जितेन्द्र शर्मा, श्री रमन गुलाटी, श्री हरिओम कटारा, श्री इन्द्र यादव, श्री सीताराम किराड, उद्यमी श्री अजय अग्रवाल, चैम्बर ऑफ कॉमर्स से श्री निकुंज सांघी सहित प्रबुद्ध व्यक्ति एवं बडी संख्या में उद्यमी मौजूद रहे।