मां त्रिपुरा सुंदरी मंदिर दुनिया का इकलौता सिद्ध शक्तिपीठ जहां उत्तर मुखी सिंह पर विराजित
डूंगरपुर। मां त्रिपुर सुंदरी मंदिर दुनिया का एकमात्र सिद्ध शक्तिपीठ है, जहां मां वामांगसिंह यानी उत्तरमुख सिंह विराजमान हैं। अन्य मंदिरों में मां को दक्षिणमुखी शेर पर सवार देखा जाता है। इसके पीछे एक विशेष कारण यह भी है कि जब त्रिपुर माता वामंग सिंह पर विराजमान होती हैं तो उन्हें महालक्ष्मी और सिंह को कुबेर माना जाता है। इस कारण तंत्र पीठ स्वरूप होने के कारण पूर्ण देवी के रूप में देखे जाने पर माता का स्वरूप तांत्रिक स्वरूप में है। माता के इस स्वरूप में श्रीविद्या का यागिनी तंत्र और यागिनी मंडल भी विद्यमान है। नवग्रह, श्रीयंत्र पर विराजमान मां का साक्षात स्वरूप और उत्तर दिशा की ओर मुख किए हुए सिंह को दर्शाती यह मूर्ति दुनिया का दुर्लभ और एकमात्र शक्तिपीठ है। जब कोई भक्त यहां मनोकामना लेकर आता है तो मां उसकी मनोकामना पूरी करती हैं। इसीलिए इसे राजराजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी कहा जाता है। माता को राज देवी भी माना जाता है। यहां मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति तक वेद संस्कार कराते हैं।