Jodhpur: सीबीआई ने जोधपुर अनीता मर्डर केस की जांच शुरू की
"पुलिस पर भी लगे आरोप"
जोधपुर: बहुचर्चित ब्यूटीशियन अनीता चौधरी हत्याकांड में राज्य सरकार की संस्तुति के 67 दिन बाद सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर ली है। इस मामले में सरदारपुरा थाना पुलिस ने दम्पति के खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। मारवाड़ के इस बहुचर्चित हत्याकांड में सीबीआई जांच शुरू होते ही एक चौंकाने वाला नाम भी सामने आया है। दरअसल, सीबीआई ने अपने आरोपपत्र में हत्याकांड के मुख्य आरोपी गुलामुद्दीन के साथ एक अन्य महिला सुनीता का नाम भी शामिल किया है। सुनीता को अनीता की सहेली बताया गया है और उसे भी जांच में आरोपी बनाया गया है। अब देखना यह है कि सुनीता की एंट्री के बाद इस केस में क्या नया मोड़ आता है।
सीबीआई ने तीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की
इस मामले में सीबीआई एससी-I, नई दिल्ली ने गंगाणा निवासी गुलामुद्दीन फारूकी, उद्योगपति तैयब अंसारी और सुनीता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इस मामले की जांच की जिम्मेदारी पुलिस उपाधीक्षक प्रणवदास को सौंपी गई है। पीड़ित परिवार को लगभग बीस दिनों तक शव नहीं मिला, जिसके बाद राज्य सरकार ने सीबीआई जांच का वादा किया। 29 नवंबर को सरकार ने मामले की सीबीआई जांच के लिए केंद्र को सिफारिश भेजी थी।
पुलिस ने अदालत में आरोपपत्र दाखिल कर दिया है।
सरदारपुरा बी रोड निवासी अनीता चौधरी को 27 अक्टूबर को गंगाणा बुलाया गया, जहां गुलामुद्दीन ने उसे नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश कर दिया। इसके बाद उसके सोने के जेवरात लूटकर उसकी हत्या कर दी गई। शव को छह टुकड़ों में काटकर घर के बाहर दफना दिया गया।
महिला का शव 30 अक्टूबर को मिला था। 31 अक्टूबर को अनीता के पति मनमोहन चौधरी ने सरदारपुर थाने में हत्या का मामला दर्ज कराया था। 2 नवंबर को पुलिस ने आबिदा परवीन को गिरफ्तार किया और फिर 8 नवंबर को गुलामुद्दीन फारूकी को मुंबई से गिरफ्तार किया गया।
तैयब अंसारी की भूमिका की जांच चल रही है
पुलिस ने पति-पत्नी को आरोपी मानते हुए 30 जनवरी को कोर्ट में चार्जशीट पेश की थी। हालांकि, तैयब अंसारी और अन्य आरोपियों की भूमिका की जांच जारी है। उसके मोबाइल की एफएसएल रिपोर्ट के आधार पर उसकी संलिप्तता स्पष्ट हो सकेगी।