झुंझुनू जिले के खेतड़ी नगर से एक बड़ी खबर सामने आई है. खेतड़ी नगर के आवासीय क्वार्टरों में बुजुर्ग दंपत्ति की हत्या कर दी गई. डबल मर्डर से इलाके में सनसनी फैल गई है. सामने आई जानकारी के मुताबिक खेतड़ी नगर के केसीसी टाउनशिप के आवासीय क्वार्टर में रहने वाले 75 वर्षीय दर्शन सिंह और उनकी पत्नी की हत्या कर दी गई है. दर्शन सिंह और उनकी पत्नी अपने ही क्वार्टर में पांव बंधे हुए बेड के नीचे मृत अवस्था में मिले. पड़ोसी की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों शव को कब्जे में ले लिया. वहीं, क्वार्टर को सील कर दिया गया है. पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है. साक्ष्य जुटाने के लिए डॉग स्क्वायड और एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया गया. एचसीएल के रिटायर्ड कर्मचारी दर्शन सिंह अपनी पत्नी महेंद्र कौर के साथ केसीसी टाउनशिप के आवासीय क्वार्टर में रहते थे.
कर्मचारी नेता बिड़दूराम सैनी ने बताया कि दर्शन सिंह मूल रूप से पंजाब के रहने वाले थे. लेकिन करीब पांच दशक से कॉपर में ही रह रहे थे. 2005 में रिटायर होने के बाद भी वे यही रह रहे थे. उनके दो बेटे थे. जिनमें से एक तो करीब 25-30 साल पहले मुंबई गया था, जहां से वह लापता हो गया. जो कभी लौटकर नहीं आया. तो वहीं एक दूसरा बेटा अजमेर में रहता है. घटना के बाद अजमेर में रहने वाले बेटे को सूचना दी गई है.
कर्मचारी नेता बिड़दूराम सैनी ने बताया कि दर्शन सिंह कर्मचारी यूनियन में भी सक्रिय भागीदारी निभाते थे. वह केटीएसएस के सक्रिय कर्मचारी कार्यकर्ताओं और नेताओं में शामिल थे. वह संगठन में प्रचार सचिव और संगठन सचिव जैसे पदों पर भी कार्य कर चुके थे. अभी भी वह संगठन के कार्यों में अपना सहयोग देते थे.
पानी के लिए नहीं उठे तो पता चला
जानकारी के मुताबिक कॉपर में सुबह पांच-छह बजे के आस-पास पानी सप्लाई किया जाता है. जिसके लिए सभी लोग मोटर चलाते हैं. रविवार सुबह जब पानी की सप्लाई आई तो दर्शन सिंह के घर पर मोटर नहीं चली, जिसके बाद पड़ोसी महिला ने पहले तो आवाज लगाई. लेकिन आवाज लगाने पर भी कोई नहीं आया, तो उसने जाकर दरवाजा खटखटाया. इसके बाद दरवाजा खोला तो महिला भी डर गई. दोनों पति पत्नी की लाश बंधी हुई पड़ी थी और एसी चल रहा था.
पड़ोसी युवक बोला, रात को भी खुला था हल्का सा दरवाजा
दर्शन सिंह के मकान के सामने रहने वाले एक युवक ने पुलिस को जानकारी दी है कि उसने रात को 12 बजे के आस-पास देखा था, तब तक दर्शन सिंह के कमरे की लाइट ऑन थी और हल्का सा दरवाजा भी खुला हुआ था. लेकिन किसी प्रकार की अनहोनी का उसे तब तक अंदेशा नहीं था.