Jaipur जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर में शुक्रवार सुबह अजमेर-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गैस टैंकर में लगी आग में अब तक 14 लोगों की मौत हो गई है और 35 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। अजमेर रोड पर भांकरोटा के पास पेट्रोल पंप के पास एक अन्य वाहन के एलपीजी टैंकर से टकराने के बाद आग लग गई। इस दौरान आसपास के कई वाहन भी आग की चपेट में आ गए। मौके पर अफरा-तफरी मच गई और इलाके में दहशत फैल गई।
सरकार ने शवों की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कराने का फैसला किया है। घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है, इसलिए मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। शुरुआती जांच में पता चला है कि आग में जलकर राख हुई बस का 16 महीने पहले ही खत्म हो चुका था।आधिकारिक सूत्रों के अनुसार हादसे में पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और झुलसे लोगों को इलाज के लिए सवाई मानसिंह अस्पताल लाया गया, जहां छह और लोगों की मौत हो गई। इसी तरह एक घायल ने जयपुरिया अस्पताल में दम तोड़ दिया। हादसे में गंभीर रूप से झुलसे और अस्पताल के बर्न वार्ड में भर्ती करीब एक दर्जन लोग 50 फीसदी से ज्यादा जल चुके हैं और गंभीर रूप से घायल हैं। परमिट
मृतकों में कुछ की अभी पहचान की जा रही है, जबकि अन्य मृतकों में राजस्थान के राजपुरा निवासी हरलाल (34), मकराना निवासी महेंद्र (27), उदयपुर निवासी शाहिद और उत्तर प्रदेश के रायबरेली निवासी शहाबुद्दीन (34) शामिल हैं। इनके अलावा राधेश्याम और अनीता मीना भी मृतकों में शामिल हैं, लेकिन उनके निवास स्थान का अभी पता नहीं चल पाया है। हादसे की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने संवेदनशीलता दिखाई और सबसे पहले एसएमएस अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना और उनके बेहतर इलाज के निर्देश दिए।
दुर्घटना पर जांच समिति गठित की गई है तथा मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात कर उन्हें घटना की जानकारी दी है। श्री मोदी ने दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए प्रत्येक मृतक के आश्रितों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये तथा घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की है।