Jaipur: साथिन कार्यकर्ताएं पंचायतों के क्रियाकलापों को बच्चों एवं महिला के लिए हितैषी
Jaipur जयपूर । महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव श्री महेन्द्र सोनी ने साथिन कार्यकर्ताओं को पंचायतों को बच्चों एवं महिला की हितेषी बनाने के निर्देश दिए हैं।
श्री महेन्द्र सोनी ने बुधवार को यूनिसेफ राजस्थान के सहयोग से पंचायती राज विभाग, महिला अधिकारिता निदेशालय तथा मंजरी संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में 33 जिलों की 66 साथिन कार्यकर्ताओं के दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम "पंचायत संग साथिन" के दौरान यह निर्देश दिया।
श्री सोनी ने पंचायत साथिनों को कहा कि वे बाल एवं महिला हितैषी पंचायत बनाने के पुनीत कार्य में पूर्ण योगदान दें। राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत एक अनूठी पहल के रूप में "पंचायत संग साथिन" प्रशिक्षण कार्यक्रम एक सार्थक आयोजन है। इसके माध्यम से पंचायत स्तर पर सकारात्मक भाव से महिला एवं बच्चों के विकास में साथिनें अपनी भूमिका का निर्वहन करें। उन्होंने साथिनों को प्रेरित करते हुए कहा कि साथिन कार्यकर्ताएं ही बाल एवं महिला हितैषी पंचायतें बनाएंगी।
श्री महेन्द्र सोनी ने बताया कि राज्य में 14 वर्ष तक के बच्चों की आबादी 14 प्रतिशत है तथा आधी आबादी महिलाओं की है। इस प्रकार महिलाएं और बच्चे मिलकर 64 प्रतिशत आबादी हैं। ग्राम पंचायत विकास योजना का लाभ इनको मिलना चाहिये।
कार्यक्रम के दौरान पंचायत स्तरीय प्रशिक्षण के रुप में साथिनों को विकसित करने के लिये यूनिसेफ एवं विभाग द्वारा तैयार प्रशिक्षण मॉड्यूल तथा पोस्टर का विमोचन महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव श्री महेन्द्र सोनी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में महिला अधिकारिता आयुक्त एवं अतिरिक्त निदेशक महिला अधिकारिता श्रीमती नीतू राजेश्वर, पंचायती राज संयुक्त शासन सचिव श्री गुरुदर्शन सिंह रमाना, साथिन परियोजना यूनिसेफ के सामाजिक नीति विशेषज्ञ श्री शफकत हुसैन उपस्थित रहे।
पंचायती राज संयुक्त शासन सचिव श्री गुरुदर्शन सिंह रमाना ने कहा कि महिला और बाल हितैषी पंचायत बनाने के लिए जिलों में इस प्रकार के पंचायत संग साथिन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित होंगे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान उपस्थित साथिनों को सतत् विकास स्थानीयकरण, बाल हितैषी पंचायत, महिला हितैषी पंचायत तथा ग्राम पंचायत विकास योजना निर्माण पर विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया। ।