Jaipur: पारस्परिक समझौतों से नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में राजस्थान की बढ़ती भागीदारी

Update: 2024-08-22 13:07 GMT
Jaipur जयपुर । ऊर्जा क्षेत्र में संपादित पारस्परिक समझौतों से राजस्थान नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में प्रमुख प्रदाता राज्य के रूप में उभरा है। निरन्तर स्थापित समझौतों के चलते राजस्थान ने देश में ऊर्जा के क्षेत्र में अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाई है।
इसी क्रम में आरईसी पावर डेवलपमेंट एंड कंसल्टेंसी लिमिटेड (आरईसीपीडीसीएल), आरईसी लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी ने परियोजना विशिष्ट एसपीवी (स्पेशल पर्पज व्हीकल) अर्थात राजस्थान IV-ए पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड को मेसर्स अप्रावा एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड (एईपीएल) को सौंप दिया है। यह परियोजना राजस्थान नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र चरण-IV (जैसलमेर/बाड़मेर कॉम्प्लेक्स) से बिजली की निकासी की सुविधा प्रदान करेगी।
मेसर्स अप्रावा एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड (एईपीएल) बिल्ड, ओन, ऑपरेट एंड ट्रांसफर (बीओओटी) आधार पर उपरोक्त ट्रांसमिशन परियोजना के विकास के लिए बोली प्रक्रिया समन्वयक आरईसीपीडीसीएल द्वारा आयोजित टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धी बोली (टीबीसीबी) प्रक्रिया के माध्यम से एक ट्रांसमिशन सेवा प्रदाता (टीएसपी) के रूप में उभरी है।
इस परियोजना में फतेहगढ़-IV में 765/400 केवी, 4x1500 एमवीए और 400/220 केवी, 5x500 एमवीए पूलिंग स्टेशन, 184.56 किलोमीटर 400 केवी लाइन और संबंधित कार्य शामिल हैं।
आरईसीपीडीसीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री टीएससी बोश ने एसपीवी को आरईसीपीडीसीएल, एईपीएल और सेंट्रल ट्रांसमिशन यूटिलिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में एईपीएल के निदेशक (बीडी) श्री नवीन मुंजाल को सौंपा है। इस परियोजना को 2 साल में लागू करने का लक्ष्य रखा गया है।
Tags:    

Similar News

-->