Jaipur जयपुर । राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने रविवार को गुरु पूर्णिमा पर्व पर निंबार्क तीर्थ में अखिल भारतीय जगदगुरु श्री निंबाकाचार्य पीठ श्री श्याम शरण देवाचार्य, अजमेर की राजगढ़ भैरव धाम में उपासक श्री चंपालाल और जयपुर में अमरापुर आश्रम के गुरुदेव स्वामी सतगुरु भगत प्रकाश का अभिनंदन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
श्री देवनानी ने गुरु पूर्णिमा पर वहां लोगों को बधाई एवं शुभकामनाएँ दी । श्री देवनानी ने कहा है कि महाभारत व पुराणों के रचयिता और सम्पूर्ण वेद रचनाओं का चार संहिताओं में विभाजन करने वाले कीर्ति पुरुष श्री वेद व्यास की जन्म जयंती आषाढ शुक्ल पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाई जाती है।
श्री देवनानी ने कहा कि हमारे जीवन में गुरु का विशेष महत्व होता है। भारतीय संस्कृति में गुरु को भगवान से भी बढ़कर माना जाता है। गुरु हमें अज्ञान रूपी अंधकार से ज्ञान रूपी प्रकाश की ओर ले जाते हैं।
श्री देवनानी ने कहा कि गुरु और शिक्षकों का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है। एक विद्यार्थी के जीवन में गुरु महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। गुरु के ज्ञान और संस्कार के आधार पर ही उसका शिष्य ज्ञानी बनता है। एक व्यक्ति गुरु का ऋण कभी नहीं चुका पाता है। संस्कार और शिक्षा जीवन के मूल स्वभाव है।
श्री देवनानी ने कहा कि गुरु के ज्ञान का कोई तोल नहीं होता है। हमारा जीवन गुरु के अभाव में शून्य होता है। गुरु अपने शिष्यों से कोई स्वार्थ नहीं रखते हैं, उनका उद्देश्य सभी का कल्याण करना ही होता है