Jaipur: मुख्यमंत्री की पहल को बताया सराहनीय, खुशहाली और समृद्धि का दिया आर्शीवचन

Update: 2024-10-06 12:50 GMT
Jaipur जयपुर । मुख्यमंत्री  भजनलाल शर्मा ने कहा कि भगवान ऋषभदेव से लेकर भगवान महावीर तक सभी जैन तीर्थंकरों ने सदैव अहिंसा और क्षमा का सन्देश दिया है। उन्होंने कहा कि भारत के सभी धर्मों में अहिंसा एवं क्षमा को विशेष महत्व दिया गया है तथा जैन धर्म ने इसे नई पहचान प्रदान की। उन्होंने कहा कि जैन धर्म में अहिंसा और क्षमा सूक्ष्म से सूक्ष्म जीवों तक विस्तृत है तथा यह सिद्धांत विश्वशांति की ओर ले जाने वाली महत्वपूर्ण कड़ी है। जैन धर्म के पूज्य जनों का एक साथ आना राजस्थान की जनता के लिए एक
सुन्दर सन्देश है।
श्री शर्मा रविवार को मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित जैन धर्म के सामूहिक क्षमावाणी कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जैन तीर्थंकरों ने दुनिया को सत्य, अहिंसा और अपरिग्रह के सिद्धांतों के माध्यम से मार्ग दिखाया, जिससे हमारी संस्कृति और विचार वर्तमान समय में भी पूरी दुनिया में प्रासंगिक हैं। साधु-मुनियों की वाणी ईश्वरीय रूप होती है, जिनके आशीर्वाद से भारत दुनिया में अपनी पहचान बनाए हुए है तथा 21वीं सदी में विकसित भारत के रूप में दुनिया की महाशक्ति बनेगा।
विकसित राजस्थान से होगा विकसित भारत का संकल्प पूरा
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने 9 माह के अल्प समय में ही प्रदेश में विकास की गति को बढ़ाया है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने की दिशा में हम विकसित राजस्थान की ओर मजबूती से बढ़ रहे हैं। श्री शर्मा ने कहा कि जैन धर्म के आस्था स्थलों के विभिन्न विकास कार्य किए जा रहे हैं। इसी क्रम में रणकपुर जैन मन्दिर के सौन्दर्गीकरण एवं सुविधायें विकसित करने का तथा नसियां जी विराटनगर में श्रद्धालुओं की सुविधा एवं विकास कार्य करवाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार राइजिंग राजस्थान का आयोजन करने जा रही है। उन्होंने व्यवसायियों से राइजिंग राजस्थान समिट में अपनी भूमिका निभाने का आह्वान किया।
भगवान महावीर का संदेश यही एकता की बात बताता है.....श्वेतांबर और दिगंबर एक साथ क्षमावाणी पर्व मनाता है
कार्यक्रम में आचार्य श्री शशांक सागर महाराज ने कहा कि राजस्थान में पहली बार इस तरह का आयोजन किया जा रहा है। यह सुन्दर क्षण है कि यहां दिगम्बर और श्वेताम्बर मुनि एक साथ क्षमावाणी समारोह मना रहे हैं और यही भगवान महावीर का एकता का संदेश है। आचार्य श्री विश्वरत्न सागर महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री निवास पर सामूहिक क्षमावाणी की यह पहल सराहनीय है। मुनि श्री अर्चित सागर महाराज ने मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के शाकाहारी जीवन पद्धति का उल्लेख करते हुए सराहना की। साथ ही, मुनि श्री पावन सागर महाराज, मुनि श्री तत्वरूचि महाराज, मुनि श्री सम्यक रत्न विजय महाराज, साध्वी श्री श्रुत दर्शना श्री जी ने भी आशीर्वचन दिया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जैन मुनियों को जैन शास्त्र भेंट किए।
इस दौरान उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री श्री कन्हैया लाल, सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गौतम कुमार दक, गृह राज्यमंत्री श्री जवाहर सिंह बेढ़म, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री डॉ. मंजू बाघमार, सांसद श्री मदन राठौड, श्रीमती मंजू शर्मा, विधायक श्री कालीचरण सर्राफ, जयपुर नगर निगम हेरिटेज महापौर श्रीमती कुसुम यादव, उप महापौर श्री पुनीत कर्णावट सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।जयपुर, 6 अक्टूबर। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि भगवान ऋषभदेव से लेकर भगवान महावीर तक सभी जैन तीर्थंकरों ने सदैव अहिंसा और क्षमा का सन्देश दिया है। उन्होंने कहा कि भारत के सभी धर्मों में अहिंसा एवं क्षमा को विशेष महत्व दिया गया है तथा जैन धर्म ने इसे नई पहचान प्रदान की। उन्होंने कहा कि जैन धर्म में अहिंसा और क्षमा सूक्ष्म से सूक्ष्म जीवों तक विस्तृत है तथा यह सिद्धांत विश्वशांति की ओर ले जाने वाली महत्वपूर्ण कड़ी है। जैन धर्म के पूज्य जनों का एक साथ आना राजस्थान की जनता के लिए एक सुन्दर सन्देश है।
श्री शर्मा रविवार को मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित जैन धर्म के सामूहिक क्षमावाणी कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जैन तीर्थंकरों ने दुनिया को सत्य, अहिंसा और अपरिग्रह के सिद्धांतों के माध्यम से मार्ग दिखाया, जिससे हमारी संस्कृति और विचार वर्तमान समय में भी पूरी दुनिया में प्रासंगिक हैं। साधु-मुनियों की वाणी ईश्वरीय रूप होती है, जिनके आशीर्वाद से भारत दुनिया में अपनी पहचान बनाए हुए है तथा 21वीं सदी में विकसित भारत के रूप में दुनिया की महाशक्ति बनेगा।
विकसित राजस्थान से होगा विकसित भारत का संकल्प पूरा
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने 9 माह के अल्प समय में ही प्रदेश में विकास की गति को बढ़ाया है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने की दिशा में हम विकसित राजस्थान की ओर मजबूती से बढ़ रहे हैं। श्री शर्मा ने कहा कि जैन धर्म के आस्था स्थलों के विभिन्न विकास कार्य किए जा रहे हैं। इसी क्रम में रणकपुर जैन मन्दिर के सौन्दर्गीकरण एवं सुविधायें विकसित करने का तथा नसियां जी विराटनगर में श्रद्धालुओं की सुविधा एवं विकास कार्य करवाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार राइजिंग राजस्थान का आयोजन करने जा रही है। उन्होंने व्यवसायियों से राइजिंग राजस्थान समिट में अपनी भूमिका निभाने का आह्वान किया।
भगवान महावीर का संदेश यही एकता की बात बताता है.....श्वेतांबर और दिगंबर एक साथ क्षमावाणी पर्व मनाता है
कार्यक्रम में आचार्य श्री शशांक सागर महाराज ने कहा कि राजस्थान में पहली बार इस तरह का आयोजन किया जा रहा है। यह सुन्दर क्षण है कि यहां दिगम्बर और श्वेताम्बर मुनि एक साथ क्षमावाणी समारोह मना रहे हैं और यही भगवान महावीर का एकता का संदेश है। आचार्य श्री विश्वरत्न सागर महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री निवास पर सामूहिक क्षमावाणी की यह पहल सराहनीय है। मुनि श्री अर्चित सागर महाराज ने मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के शाकाहारी जीवन पद्धति का उल्लेख करते हुए सराहना की। साथ ही, मुनि श्री पावन सागर महाराज, मुनि श्री तत्वरूचि महाराज, मुनि श्री सम्यक रत्न विजय महाराज, साध्वी श्री श्रुत दर्शना श्री जी ने भी आशीर्वचन दिया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जैन मुनियों को जैन शास्त्र भेंट किए।
इस दौरान उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री श्री कन्हैया लाल, सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गौतम कुमार दक, गृह राज्यमंत्री श्री जवाहर सिंह बेढ़म, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री डॉ. मंजू बाघमार, सांसद श्री मदन राठौड, श्रीमती मंजू शर्मा, विधायक श्री कालीचरण सर्राफ, जयपुर नगर निगम हेरिटेज महापौर श्रीमती कुसुम यादव, उप महापौर श्री पुनीत कर्णावट सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।
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