कल अलवर में होगा इनवेस्ट राजस्थान समिट का आयोजन, निवेश के साथ खुलेगा रोजगार का रास्ता
सरकार के इंवेस्ट राजस्थान अभियान की ओर से अलवर जिले में 7 अप्रैल को इनवेस्टर्स समिट का आयोजन एक निजी रिसोर्ट में होगा.
सरकार के इंवेस्ट राजस्थान अभियान की ओर से अलवर जिले में 7 अप्रैल को इनवेस्टर्स समिट का आयोजन एक निजी रिसोर्ट में होगा. उद्योग विभाग के कमिश्नर और एडीएम सिटी डॉ सुनीता पंकज ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि इसमें उद्योग मंत्री शकुंतला रावत, शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला, कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली, सांसद और विधायक सहित कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे.
साथ ही उन्होंने बताया कि जिले में 5 जगहों पर नए उद्योग लगाने के लिए 128 प्रस्ताव मिले हैं. बीड़ा भिवाड़ी, पर्यटन विभाग और यूआईटी अलवर से 21 प्रस्ताव मिले. अलवर जिले से 190 इंडस्ट्रियल इकाइयों में करीब 5 हजार 516 करोड़ रुपए का निवेश और 17 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा.
दिल्ली रोड शो में 3430 करोड़ निवेश के ऑफर
दिल्ली रोड शो में 116 इकाइयों से करीब 3 हजार 430 करोड़ के निवेश और करीब 17 हजार लोगों को रोजगार दिए जाने के प्रस्ताव मिले हैं. कुल मिलाकर अलवर जिले में 306 इकायों में करीब 9 हजार करोड़ का निवेश और 34 हजार लोगों को रोजगार देने के प्रस्ताव मिल चुके हैं.
पिछले रिकॉर्ड के अनुसार 33 पर्सेंट उद्योग धरातल पर
पहले भी सरकारें इनवेस्टर्स समिट का आयोजन करती रही हैं. पुराने रिकॉर्ड को देखें तो केवल 33 पर्सेंट इंवेस्टर्स के उद्योग ही धरातल पर आ पाते हैं. बाकी सरकारों का कैलकुलेशन का गणित चलता है, मतलब आंकड़ों में निवेश ज्यादा नजर आता है लेकिन, धरातल पर कम दिखाई देता है. अब सरकार का दावा है कि अलवर में करीब 9 हजार करोड़ रुपए कर निवेश होगा और 34 हजार लोगों को रोजगार मिलेंगे.
सरकार की ओर से निवेश को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना एवं राजस्थान एमएसएमई फैसीलेटेशन एक्ट 2019 संचालित है. जिले से दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर गुजर रहा है. यह जिला देश और राज्य की राजधानी के बीच में है. यहां रोड, रेलवे, परिवहन संचार और सैटलाइट कनेक्टिविटी बेहतर है. अलवर में पहले से अधिक 20 हजार एमएसएमई इकाइयां हैं.
निवेश से ये नए सेक्टर आएंगे
अब नए निवेश के तहत फूड प्रोसेसिंग, मेटल, केमिकल, इलेक्ट्रिक, टैक्स्टाइल, हॉस्पिटेलिटी और रियल स्टेट के तहत निवेश सबसे अधिक होगा. इसी सेक्टर में रोजगार के अवसर अधिक मिलेंगे. अलवर के युवाओं को भी रोजगार मिलेगा. लेकिन यह गारंटी नहीं है कि अलवर के युवाओं को रोजगार में प्राथमिकता दी जाएगी या नहीं.