जोधपुर। माता का थान सर्किल के पास आपसी विवाद को लेकर बजरी माफिया में फायरिंग व जानलेवा हमले के मामले में रविवार को माता का थान थाना पुलिस ने एक अन्य युवक को गिरफ्तार कर बाल अपचारी को संरक्षण में लिया। थानाध्यक्ष राजूराम बामनिया ने बताया कि 14 दिसंबर को ओमप्रकाश रेलिया व एक अन्य ने माता का थान सर्कल के पास सैलून की दुकान में बैठे सागर व भाई राकेश पर हमला कर दिया। ओमप्रकाश ने फायरिंग भी की थी। जवाब में दोनों भाइयों ने अन्य लोगों के साथ मिलकर ओमप्रकाश पर हमला कर दिया।
जब वह एसयूवी में सवार होकर भागने लगा तो उसे डंपर और कैंपर से कुचलने का प्रयास किया गया। ओमप्रकाश उतरकर भागने लगा तो उस पर जानलेवा हमला कर दिया। इस संबंध में दूसरे पक्ष से ओमप्रकाश व राकेश बिश्नाई ने जानलेवा हमले के परस्पर विरोधी मुकदमे दर्ज कराए थे. राकेश द्वारा दर्ज मामले में फरार चल रहे खेजड़ली कला निवासी सुनील (27) पुत्र राजूराम बिश्नोई को गिरफ्तार कर बाल अपचारी को संरक्षण में लिया गया है. मूल रूप से खटियासनी हाल शिकारगढ़ निवासी ओमप्रकाश जाट को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस का कहना है कि बजरी के अवैध खनन को लेकर सुनील बिश्नोई की सागर, भाई राकेश और मालाराम से 2017 से दुश्मनी है. दोनों के बीच अवैध खनन और नदी के बहाव को लेकर विवाद है। सुनील दूसरी पार्टी के वाहनों को रोकना चाहता है। ओमप्रकाश की सागर और उसके भाइयों से भी रंजिश है। गत आठ दिसंबर को तीनों भाइयों ने ओम की एसयूवी में तोड़फोड़ की थी। जिसका ओम बदला लेने की फिराक में था। 14 दिसंबर को घेरे की तरफ तीन भाइयों की मां के होने की जानकारी मिलने पर सुनील बिश्नोई और बाल अपचारी ने ओमप्रकाश को इसकी सूचना दी थी। ओम पिस्टल लेकर वहां पहुंचा और फायरिंग कर दी।