बूंदी। बूंदी की रजलावता पंचायत के अरन्या गांव में संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ रविवार को भव्य कलश यात्रा के साथ शुरू हुआ. इस एक सप्ताह के दौरान श्रीवृंदावन धाम मंडावर से आए कथावाचक पंडित अशोक महाराज कथा का वाचन करेंगे। अरन्या गांव के कथा आयोजक महेंद्र मीना और अमिताभ मीना ने बताया कि कार्यक्रम 23 जुलाई को सुबह 10 बजे शुरू हुआ, जिसमें 51 महिलाएं तालाब वाले बाबा के स्थान पर सिर पर कलश लेकर अरन्या गांव में कथा स्थल की ओर बढ़ीं। महिलाओं के साथ ग्रामीण भी ध्वज लेकर चल रहे थे। इस दौरान महिलाएं व ग्रामीण डीजे के साथ नाचते गाते चल रहे थे। कलश यात्रा तालाब वाले बाबा के स्थान से शुरू हुई। इसके बाद गांव से होते हुए ठाकुरजी के मंदिर से होते हुए भेरूजी के स्थान से होते हुए देवनारायण के स्थान से होते हुए माताजी के मंदिर से कथा स्थल पर पहुंची। कथा स्थल पर पहुंचने पर सामूहिक आरती की गई।
पहले दिन पंडित अशोक महाराज ने भागवत कथा के महात्म्य के संबंध में कथा प्रस्तुत की. जिसमें बताया गया कि यह समय कहानी के लिए सबसे अच्छा समय है। यह योग हर 3 साल में बनता है। जिसमें कथा कहने वाले को, कथा सुनने वाले को पुण्य फल की प्राप्ति होती है। इस दौरान प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक कथा वाचन होगा। इसमें 24 जुलाई को परीक्षित जन्म व सुखदेव आगमन, 25 जुलाई को बामन अवतार, 26 जुलाई को कृष्ण जन्म नंदोत्सव, 27 जुलाई को गोवर्धन पूजा, 28 जुलाई को रुक्मणी विवाह, 29 जुलाई को सुदामा चरित्र, 30 जुलाई को हवन यज्ञ के साथ प्रसाद वितरण के साथ कथा का समापन होगा। मानव कल्याण, वैश्विक शांति एवं बूंदी जिले की सर्वांगीण प्रगति एवं समृद्धि के लिए ज्योतिष एवं धर्म शास्त्र परिषद के तत्वावधान में बूंदी के श्री रंगनाथ भगवान मंदिर परिसर में हरिहर अनुष्ठान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में जिलाधिकारी डॉ. रवीन्द्र गोस्वामी ने पुरूषोत्तम महायज्ञ का दीप प्रज्ज्वलित कर एवं आराध्य श्री रंगनाथ भगवान का पूजन कर महायज्ञ का शुभारम्भ किया। श्री रंगनाथ सेवा समिति अध्यक्ष पुरूषोत्तम पारीक ने बताया कि सुबह 9 बजे मंगलाचरण एवं विष्णु सहस्त्रनाम, शांति पाठ किया गया। इसके बाद 10 बजे जिलाधिकारी गोविंद गोस्वामी ने दीप प्रज्वलित कर महायज्ञ का शुभारंभ किया. 31 पंडितों द्वारा रुद्राभिषेक कराया गया।