करौली। करौली यहां नदी दरवाजा बाहर स्थित बैठा हनुमान मंदिर पर आयोजित हो रही भागवत कथा में भक्ति रस बरस रहा है। कथा श्रवण के लिए बड़ी संख्या में महिला-पुरुष पहुंच रहे हैं। भागवत कथा प्रवचन और भजनों पर श्रद्धालु भाव-विभोर हो रहे हैं। कथा के तहत नन्दोत्सव मनाया गया। इस मौके पर नन्दोत्सव का खूब उल्लास छाया। महिलाओं ने जहां बधाए गाए, वहीं भजनों पर खूब नृत्य किया। नन्दोत्सव में भगवान कृष्ण की बाल रूप की झांकी सजाई गई। इस मौके पर बामन भगवान, भगवान राम जन्म की झांकी सजाई गई। वहीं इस मौके पर भागवत कथा में आचार्य पंडित मनीष शास्त्री द्वारा विभिन्न प्रसंगों का वर्णन किया गया।
मासलपुर. चैनपुर स्थित ब्रह्म ऋषि आश्रम पर गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में आयोजित भागवत कथा से माहौल धर्ममय बना हुआ है। कथावाचक पंडित रमेश चंद्र शास्त्री कहा कि जो परमात्मा को भाव से भजता है। परमात्मा उसके ऊपर कृपा करते हैं। पं. रमेशचंद्र शास्त्री ने राजा परीक्षित द्वारा शुकदेवजी से सात दिन के अल्पकाल में मुक्ति का मार्ग पूछने पर शुकदेवजी द्वारा श्रीमद् भागवत कथा श्रवण का मार्ग बताया। उन्होंने कहा कि भागवत कथा भगवान कृष्ण का ही दूसरा रूप है। भागवत कथा मनुष्य के जीवन का कल्याण करने वाली है इसके श्रवण से कई जन्मों के पापा मिट जाते हैं। उन्होंने कहा कि इसके बाद भागवत का उपदेश सुनाया गया, जिसमें सच्चिदानंद ने अपनी व्याप्ता, सृष्टि रहस्य व जीवात्मा के बारे में बताया गया। कथावाचक शास्त्री ने सती प्रसंग, ध्रुव कथा व अनुसुइया चरित्र का प्रसंग सुनाया। कथा में भजनों पर श्रद्धालुओं ने नृत्य किया। इस दौरान जयकारों से माहौल धर्ममय हो गया।