IITF-2024, राजस्थान मंडप में राजस्थानी मसालों और व्यंजनों के काउंटरों पर उमड़ी भीड़
Jaipur जयपुर । नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 नवम्बर से शुरू हुए 14 दिवसीय भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में राजस्थानी व्यंजनों के स्वाद और मसालों की खुशबू ने मेला देखने आए आगंतुकों को अपनी ओर आकर्षित किया। राजस्थानी व्यंजनों के स्वाद के लिए मंडप में लगे काउंटरों पर भीड़ दिखी।
मंडप में काउंटर न. 9 पर नागौर से आए बाबू लाल कैटरर्स के प्रतिनिधि ने बताया कि काउंटर पर राजस्थानी मसालों से बने भेलपूड़ी और चना जोर गर्म की बिक्री तेजी से बढ रही है। उन्होने बताया कि इसके अलावा राजस्थानी पापड़, मंगोड़ी और मसालों की खुशबू से दर्शक इनको खूब पसंद कर रहे हैं।
इसके अतिरिक्त काउंटर न 13 पर श्रीगंगानगर के सूरतगढ़ के एस.के.फूड प्रोडक्ट्स के प्रतिनिधि ने बताया कि उनकी पैक्ड फूड आईट्म्स अचार, पापड़, नमकीन इत्यादि को लोगों द्वारा बहुत पसंद किया जा रहा है। उनके उत्पादों की अच्छी बिक्री हो रही है।
उल्लेखनीय है कि आईआईटीएफ की इस बार की मेला थीम के अनुसार राजस्थान पवेलियन में राजस्थान की प्रगति, नवाचार और सांस्कृतिक विरासत को बखूबी दिखाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने बताया कि आगामी महीने में राजस्थान में होने वाली राइजिंग राजस्थान समिट -2024 में निवेशकों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए भी पवेलियन में विशेष व्यवस्थाएं की गई है, जहां देश-विदेश से आए व्यापारियों और दर्शकों के लिए राजस्थान में निवेश के अवसरों को समझने और राजस्थान की योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने का मौका मिलेगा।
राजस्थान मंडप में रीको, बीआईपी, उद्योग विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, पर्यटन विभाग के साथ-साथ रूढा और राजस्थली द्वारा अपने-अपने उत्पाद और सेवाओं का प्रदर्शन किया गया है। राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों से भाग लेने आए उद्यमियों और हुनरमंद कलाकारों के लगभग 23 स्टालों का प्रदर्शन किया गया है जिसमें राजस्थान के विश्व प्रसिद्ध हस्तशिल्प उत्पादों में विशेष रूप से लाख की चूड़ियां, महिलाओं के श्रृंगार के विविध आइटम्स, टेक्सटाइल के समान, रजाइयों के साथ ही राजस्थानी खान पान स्टॉल भी लगाए गए हैं। पवेलियन में राजस्थान पर्यटन विभाग द्वारा विशेष रूप से पर्यटन को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रमों और कार्यकलापों का विशेष प्रदर्शन किया गया है जिससे दर्शकों का उत्साहवर्धन हो रहा है।