आईआईएमयू बनेगा उदयपुर को प्लास्टिक कचरामुक्त बनाने में साझेदार

Update: 2023-05-25 14:58 GMT

उदयपुर। आईआईएम उदयपुर ने शहर को प्लास्टिक कचरा मुक्त शहर बनाने में साझेदार बनने जा रहा है। इसे लिए उसने एस्पायरलैब्स एक्सेलरेटर से साझेदारी की है। जो इनक्यूबेशन सेंटर फिनीलूप प्लास्टिक लैब के माध्यम से उदयपुर को प्लास्टिक कचरा मुक्त शहर बनाने पर काम करेगा।

फिनीलूप प्लास्टिक लैब प्लास्टिक कचरा प्रबंधन उद्यमियों के लिए एक स्टार्टअप इनक्यूबेशन और मेंटरशिप प्रोग्राम है। यह लैब दरअसल एक सिटी लेवल बेस्ड वेस्ट मैनेजमेंट मॉडल फिनिलूप का हिस्सा है। इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए 30 मई तक आवेदन किया जा सकता है।

देश में हर दिन निकलता है 20 हजार टन प्लास्टिक कचरा

आईआईएम उदयपुर इन्क्यूबेशन सेंटर के सीईओ सुरेश ढाका बताते हैं कि वर्तमान में प्लास्टिक के उपयोग को पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़े खतरों में से एक माना गया है। भारत में प्रतिदिन लगभग 20 हजार टन प्लास्टिक कचरा उत्पन्न होता है, जिसमें से केवल 13 से 14 टन ही एकत्र किया जाता है। इस तरह छह से सात टन कचरा हर दिन बाहर ही रह जाता है, जो बेहद बड़ी समस्या बनकर उभर रहा है।

14 महीने का प्रोग्राम, टॉप 10 स्टार्टअप को मिलेगा 3 लाख का अनुदान

बताया गया कि जो लोग मुख्य रूप से प्लास्टिक कचरे के खतरे की चुनौती से निपटने के इच्छुक हैं, उनके लिए 14 महीने का इन्क्यूबेशन प्रोग्राम है। इसमें देश भर से आवेदन मांगे गए हैं। चयनित लोगों को उदयपुर को प्लास्टिक कचरा मुक्त शहर बनाने की इस पहल का हिस्सा बनने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा स्टार्टअप को अमृतसर में भी अपना कारोबार बढ़ाने का मौका मिलेगा। टाॅप 10 स्टार्टअप के लिए 3 लाख रुपए तक का प्रोटोटाइप अनुदान, और 9 महीने के लिए पोस्ट-प्रोग्राम सपोर्ट दिया जाएगा।

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