होटल कर्मचारियों के साथ मारपीट करने वाले आईएएस गिरधर व आईपीएस सुशील निलंबित, गिरफ्तारी की संभावना

Update: 2023-06-13 18:18 GMT

जयपुर। अजमेर विकास प्राधिकरण आयुक्त गिरधर और गंगापुर के विशेषाधिकारी सुशील कुमार विश्नोई (आईपीएस) को सरकार ने निलंबित कर दिया है। इन दोनों अधिकारियों पर गेगल थाना क्षेत्र में एक होटल कर्मचारियों के साथ मारपीट करने का आरोप है। घटना रविवार रात बताई गई है। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मामला उजागर हुआ। मारपीट में शामिल टोंक के चार कर्मचारियों को भी निलम्बित कर दिया। इन सबके खिलफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।

मामले में डीजी उमेश मिश्रा ने आईपीएस सुशील कुमार विश्नोई के खिलाफ विजिलेंस जांच के आदेश दिए हैं। निलम्बन काल में विश्नोई को पुलिस मुख्यालय व गिरधर को शासन सचिवालय में अपनी उपस्थिति देनी होगी। इसके अलावा टोंक के दाखिया के पटवारी नरेन्द्रसिंह दहिया, टोंक कलक्ट्रेट के कनिष्ट लिपिक हनुमान प्रसाद चौधरी और एसडीएम टोंक के गनमैन मुकेश कुमार चौधरी को निलम्बित किया गया है। मामले में टोंक तहसीलदार रामधन गुर्जर भी नामजद है।

गौरतलब है कि अजमेर हाईवे स्थित होटल मकराना राज में रविवार रात करीब दो बजे आईपीएस सुशील ने अपनी मित्र मंडली के साथ पार्टी कर रहे थे। तभी होटलकर्मियों से विवाद हो गया। गिरधर पहले टोंक में पदस्थापित थे। टोंक के कर्मचारी उन्हीं के साथ आए थे। विवाद होने पर अधिकारी कार में सवार होकर रवाना हो गए। वे थोड़ी देर बाद पुलिस के साथ लौटे और होटल में उपस्थित कर्मचारियों की जबरदस्त पिटाई की। मारपीट में पुलिसकर्मी भी शामिल थे। गेगल थाना पुलिस ने प्रकरण में पांच आरोपियों को नामजद कर शांतिभंग में गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया।

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