झालरापाटन: भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं क्षेत्रीय विधायक तथा तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का करोड़ों रुपए की लागत का होटल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट का ड्रीम प्रोजेक्ट अब तक शुरू होने की बाट जोह रहा है। तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने क्षेत्र के विकास को लेकर झालरापाटन में 11 करोड़ रुपए की लागत से होटल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट शुरू करने का कार्य शुरू कराया था, इसका यह भवन कई महीनों से बनकर पूरी तरह से तैयार है, लेकिन संस्थान ने इसे अभी तक संभाला नहीं है जिससे यह चालू नहीं हो पा रहा है। देखरेख एवं सुरक्षा के अभाव में असामाजिक तत्व इस भवन को रोजाना नुकसान पहुंचा रहे हैं।
उखड़ने लगा प्लास्टर
इस भवन के बाहरी हिस्से की दीवारों का प्लास्टर गिरने लगा है और कई जगह दीवारों में दरारें आ गई है। इस भवन के साथ ही इसी के पास छात्र-छात्राओं के हॉस्टल का काम भी अधूरा पड़ा है। क्षेत्र के कमलेश गुप्ता ने बताया कि यह इंस्टीट्यूट खुलने पर युवाओं का भविष्य संवर सकता है। वर्तमान में इसका तैयार भवन शोपीस बनकर रह गया है। सुनिल गुप्ता ने बताया कि स्थानीय स्टूडेंट्स को होटल मैनेजमेंट कोर्स के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। देखरेख के अभाव में करोड़ों रुपए की लागत का यह भवन धूल धूसरित हो रहा है और शीघ्र ही इसकी सुरक्षा एवं संरक्षण का उपाय नहीं किया गया तो यह समाज कंटको की शरण स्थली बन जाएगा।
2 वर्ष पूर्व होना था शुरू
कार्यकारी एजेंसी एसआरडीसी के अधिशासी अभियंता मनोज माथुर ने बताया कि होटल मैनेजमेंट का यह भवन बनकर तैयार है, लेकिन होटल मैनेजमेंट संस्थान के अधिकारी द्वारा निरीक्षण का इंतजार है जिससे कि वह उनकी आवश्यकता बता सके और इसे उन्हें हैंडओवर किया जा सके। कार्यकारी एजेंसी अधिकारी ने बताया कि उनकी ओर से भवन तय निर्धारित समय में कंप्लीट कर दिया गया है और इसके बाद हॉस्टल बनाने के लिए आदेश दिए गए थे, जिसका कार्य भी लगभग पूरा है। कोटा संभाग का यह पहला होटल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट है जो 2 साल पहले शुरू होना था लेकिन इंस्टिट्यूट की ढीली प्रक्रिया और नेशनल काउंसिल फॉर होटल मैनेजमेंट नोएडा से अभी तक इसकी मान्यता नहीं मिलने के कारण इसे शुरू नहीं किया गया है। नेशनल काउंसिल फॉर होटल मैनेजमेंट नोएडा से इसकी जल्दी ही मान्यता मिलने की उम्मीद है। इसे वर्ष 2021 में ही शुरू किया जाना था, लेकिन यहां पर प्रवेश प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं हो पाई है।
3 वर्ष का होगा कोर्स
होटल मैनेजमेंट सूत्रों ने बताया कि इस कॉलेज में 3 वर्षीय बीएससी होटल मैनेजमेंट का कोर्स होगा। इसमें नेशनल लेवल इंटरेस्ट टेस्ट के माध्यम से प्रवेश होना है। इसी तरह इसमें 5 कोर्स डेढ़ वर्ष की अवधि के होंगे। इसमें शेफ कोर्स, मैनेजर, हाउसकीपिंग, रिसेप्शनिस्ट सहित बेकरी एंड कन्फेक्शनरी के कोर्स होंगे। यहां पर फाइव स्टार होटल के लिए अधिकारी और कर्मचारी तैयार करने की योजना है। इस होटल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट में 320 सीटें हैं। 3 वर्षीय बीएससी इन होटल मैनेजमेंट कोर्स में 120 सीट रहेगी। जबकि डेढ़ वर्षीय 5 कोर्स में 40 व 40 सीटे रहेगी। जुलाई 2021 में यहां पर प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद थी, लेकिन डेढ़ वर्ष बाद अभी तक भी यहां पर कोई गतिविधि शुरू नहीं हो पाई है। जल्दी ही इसे मान्यता मिलने वाली थी लेकिन राजनीतिक खींचतान के चलते इसका सारा कार्य खटाई में पड़ा हुआ है। इंस्टिट्यूट का भवन पूरी तरह से बन चुका है लेकिन यहां पर इसका कोई धणी धोरी नहीं होने के कारण दरवाजे पर ताले लगे हुए हैं।
हैंडओवर के संबंध में डिपार्टमेंट को लेटर भेज रखे है। निर्देश आने पर हैंडओवर किया जायेगा।
- मनोज माथुर, अधिशासी अभियंता, आरएसआरडीसी
होटल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट में छात्रों के आने से शहर के व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। इंस्टीट्यूट जल्द से जल्द शुरू होना चाहिए।
- यशोवर्धन बाकलीवाल,व्यापार संघ अध्यक्ष