हरियाली अमावस्या आज, प्राकृतिक स्थलों पर लगे मेले
प्राकृतिक स्थलों पर लगे मेले
प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ हरियाली अमावस्या का पर्व आज मनाया जाएगा। इसके तहत जिले के प्रमुख प्राकृतिक स्थलों पर कई आयोजन किए जाएंगे। इसके लिए तैयारियां की गई है। वहीं इस बार हरियाली अमावस्या का पर्व सोमवार को होने से महत्व काफी बढ़ गया है। शिवालयों पर काफी भीड़ रहने की संभावना को देखते हुए पुलिस-प्रशासन की ओर से माकूल व्यवस्था की गई है। अरनोद. क्षेत्र के गौतमेश्वर धाम पर हरियाली अमावस्या पर काफी भीड़ रहेगी। ऐसे में मन्दिर कमेटी के अध्यक्ष उपखण्ड अधिकारी अभिमन्यु कुंतल व थाना अधिकारी कैलाशचन्द्र सोनी ने गौतमेश्वर पहुंचकर जायजा लिया। उन्होंने दर्शनार्थियों को किसी बात को लेकर कोई परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए व्यवस्थाएं की है। जिसमें अरनोद तरफ से आने वाले दर्शनार्थियों के लिए पार्किंग की व्यवस्था चौराहे से पहले ही दोनों तरफ की गई है।
सालमगढ़ तरफ से आने वाले दर्शनार्थियों के लिए पार्किंग की व्यवस्था मीणा समाज की धर्मशाला एवं चिकट रोड तरफ की गई है। अचलावदा-सुहागपुरा रोड की तरफ से आने वाले दर्शनार्थियों के लिए चार पहिया वाहनों की पार्किंग व्यवस्था एक निजी रिसोर्ट में की गई है। सभी दर्शनार्थी मंदाकिनी कुंड की तरफ से होते हुए गणेश घाटी वाले रास्ते से दर्शन के लिए उतरेंगे। सुविधा के लिए एक तरफा व्यवस्था की गई है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि विशेष तौर से मंगलसूत्र, सोने की चेन एवं पर्स के लिए विशेष सतर्कता बरतें। साथ ही यदि कोई संदिग्ध महिला एवं पुरुष नजर आए तो ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को तुरंत बताएं। गणेश घाट से नीचे उतरने के पश्चात महिलाओं एवं पुरुषों की दर्शन के लिए अलग-अलग पंक्ति की व्यवस्था की गई है।
छोटीसादड़ी. मेवाड़-मालवा के प्रमुख प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री भंवरमाता में एक दिवसीय मेले का आयोजन सोमवार को किया जाएगा। श्री भंवरमाता दर्शनीय स्थल विकास एवं सेवा ट्रस्ट के मंत्री प्रहलादराय साहू ने बताया कि प्रसिद्ध धार्मिक शक्तिपीठ एवं तीर्थ स्थल श्री भंवरमाता मंदिर पर भंवर माता ट्रस्ट की ओर से हरियाली अमावस्या पर एक दिवसीय मेला आयोजित होगा। मेले में अपनी दुकाने लगाने वाले व्यवसायी ट्रस्ट से प्लॉट आवंटित किए गए है। मेले में प्लास्टिक थैलियों का इस्तेमाल बंद रहेगा। मेले में आने वाले दर्शनार्थियों से ट्रस्ट ने परिसर में सभ्यता के साथ दर्शन कर परिसर की स्वच्छता बनाए रखने की अपील की है। 70 फीट ऊंचाई से गिरने वाले झरने व पहाडिय़ों के बीच सेल्फी नहीं लेेन के लिए अपील की है। उन्होंने बताया कि भंवर माता पवित्र एवं धार्मिक तीर्थ स्थल है। यहां सभ्यता बनाकर तीर्थ स्थल की मर्यादा कायम रखें।