हनुमानगढ़ : फर्जी कागजात बनाकर बेचे गए 4 प्लॉट, आधा दर्जन लोगों पर केस दर्ज

एक कॉलोनाइजर से ठगी कर 144, 145, 146 व 147 नंबर के प्लॉट बेचकर चार लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है.

Update: 2022-11-26 05:01 GMT
हनुमानगढ़, हनुमानगढ़ कॉलोनी में कुल 129 प्लॉट होने के बावजूद एक कॉलोनाइजर से ठगी कर 144, 145, 146 व 147 नंबर के प्लॉट बेचकर चार लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. ठगी में कॉलोनाइजर की मां और भाई भी शामिल थे। इस पर कॉलोनाइजर ने उसकी मां व भाई समेत आधा दर्जन लोगों के खिलाफ जंक्शन थाने में मामला दर्ज कराया है. हेड कांस्टेबल जसवंत सिंह ने गवाही दी कि विजय पेशवानी पुत्र भगवानदास सिंधी निवासी सावन कॉलोनी वार्ड 48 जंक्शन ने मुकदमा दर्ज कराया कि उसे आनंद विहार कॉलोनी में प्लॉट चाहिए. इस दौरान दौलतराम प्रेमजानी पुत्र मनुमल सिंधी निवासी रथखाना कॉलोनी बीकानेर, कैलाश मवानी पुत्र त्रिलोक चंद सिंधी निवासी 5 सी-8, जय नारायण व्यास कॉलोनी बीकानेर, सूरज कुमार पुत्र विष्णुदत्त खत्री निवासी 7ए -3 पवनपुरी, दक्षिण बीकानेर व मोहनलाल मवानी पुत्र मदनलाल सिंधी निवासी 3ई-19, जय नारायण व्यास कॉलोनी बीकानेर मिले। उसने कहा कि उसका आनंद विहार कॉलोनी में प्लॉट है। दौलतराम प्रेमजानी, कैलाश मवानी, सूरज कुमार और मोहन लाल मवानी उन्हें आनंद विहार कॉलोनी ले गए और उन्हें चार खाली प्लॉट दिखाए और बताया कि ये प्लॉट 144, 145, 146 और 147 नंबर के हैं। उन्हें यह प्लॉट बेचना है।
यह प्लॉट उसने जमना देवी पत्नी भगवानदास सिंधी निवासी नोहर हाल बाबा विचित्र सिंह कॉलोनी, चक ज्वालासिंहवाला रोड, हनुमानगढ़ जंक्शन से खरीदा है। इसके बाद उन्होंने जमना देवी और प्रेम पेशवानी से इन प्लॉटों के बारे में पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि ये प्लॉट आनंद विहार कॉलोनी में हैं और कागजात भी सही हैं जो उन्होंने बेचे हैं. इस पर उन्होंने उक्त चार प्लॉट 12 फरवरी 2022 को खरीद लिए। प्रत्येक प्लॉट की कीमत एक लाख रुपये थी और कुल चार लाख रुपये का भुगतान किया गया। प्लॉटों का एग्रीमेंट अपने नाम होने के बाद उन्होंने इन प्लॉटों पर निर्माण कराना चाहा तो पता चला कि आनंद विहार कॉलोनी में प्लॉट नंबर 144, 145, 146 और 147 नहीं हैं। इसके बाद जब उन्होंने नगर परिषद में जाकर आनंद विहार कॉलोनी का स्वीकृत नक्शा देखा तो यह देखकर चौंक गए कि आनंद विहार कॉलोनी के स्वीकृत नक्शे में मात्र 129 भूखंड हैं. जब उन्होंने दौलतराम प्रेमजानी, कैलाश मवानी, सूरज कुमार और मोहन लाल मवानी से इस बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि हमने जमना देवी और प्रेम पेशवानी से प्लॉट को उन दस्तावेजों के आधार पर खरीदा था जिसके आधार पर उन्हें बेचा गया था. था। इस पर वे सब मिलकर जमना देवी और प्रेम पेशवानी के पास गए, तो जमना देवी और प्रेम पेशवानी ने सबके सामने कहा कि वे इस तरह से धोखा करते हैं। ऐसे और भी कई प्लॉट बेचकर ठगी कर चुके हैं। उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। पुलिस ने जमना देवी, प्रेम पेशवानी, दौलतराम प्रेमजानी, कैलाश मवानी, सूरज कुमार और मोहन लाल मवानी के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज किया है. हेड कांस्टेबल जसवंत सिंह जांच कर रहे हैं। यहां बता दें कि इस मामले में नामजद जमना देवी विजय पेशवानी की मां और केस दर्ज कराने वाले प्रेम पेशवानी के भाई हैं.

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