जयपुर। स्वतंत्रता दिवस का पर्व सोमवार को पूरे धूमधाम से मनाया जाएगा। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। राष्ट्रीय पर्व से पहले पिंकसिटी में हर घर तिरंगा, देशभक्ति तराने, दिवाली जैसा माहौल और तिरंगे की लाइटिंग से लिपटे सभी सरकारी और निजी इमारतें देख पर्यटक भी रोमांचित हो उठे है। भारत इस साल आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है यानी हमारी स्वतंत्रता के 75 साल का उत्सव। आजादी का जश्न मनाने के लिए पिंकसिटी तिरंगे की शक्ल में तब्दील हो गई है। पूरा शहर तिरंगामय हो गया है। जयपुर के घरों और बाजारों, खासकर परकोटा के मार्केट में तिरंगा झंडे लगाए गए है। शहर में चांदपोल, अजमेरी गेट, स्टैच्यू सर्किल, सरगासूली, हवा महल, अल्बर्ट हॉल और स्मारकों पर एलईडी और फोक्स लाइट्स से सुन्दर तिरंगी रोशनी की गई है। चांदपोल बाजार, एमआई रोड, जौहरी , बाजार, नेहरू बाजार, इंदिरा बाजार समेत ज्यादातर बड़े बाजारों में दिवाली जैसी सजावट की गई है।
विधानसभा से लेकर विद्युत भवन, राजस्थान आवासन मंडल, अमर जवान ज्योति, जयपुर विकास प्राधिकरण, नगर निगम ऑफिस, कलेक्ट्रेट की इमारत भी तिरंगे की रोशनी से जगमग है। छोटी चौपड़ पर शहनाई वादन और बैंड वादन के साथ आजादी का महोत्सव मनाया जा रहा है। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत केंद्र और राज्य सरकार के अलावा जयपुर की जनता और व्यापार मंडलों ने शहर में दिवाली जैसा आजादी का महोत्सव मनाने का फैसला किया है। पिंकसिटी में 2.8 किलोमीटर की सोडाला एलिवेटेड रोड पर लगे खंभों पर स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगे की थीम पर लाइटिंग का सुंदर नजारा साकार हो रहा है। ये लाइट्स स्थाई हैं। अलग-अलग त्योहार और सिटी मूड के हिसाब से इसकी लाइट्स के रंग बदले जाएंगे। यह लाइटिंग साइंस एंड टेक्नोलॉजी, आर्ट्स, कॉमर्स का कॉम्बिनेशन है। इसमें 15 अगस्त के बाद 26 जनवरी पर तिरंगा, बाल दिवस पर ब्लू, बारिश के दिनों में सतरंगी लहरिया या रेनबो, होली-दिवाली पर अलग कलर्स देखने को मिलेंगे। टेंडर फर्म को अगले तीन साल का मेंटीनेंस का जिम्मा भी दिया गया है। इन लाइट का स्विच ऑन के साथ ही जयपुर देश का पहला ऐसा शहर बन गया है, जहां 2.8 किलोमीटर लम्बाई में डायनामिक फसाड लाइट लगाई गई हैं। जेडीए ने सोड़ाला एलिवेटेड फ्लाईओवर पर यह सिस्टम लगवाया है। अब तक मुंबई, अमृतसर, अहमदाबाद और बंगलुरू में ही इस तरह की लाइट्स हैं। लाइटिंग 5 करोड़ की लागत से लगाई गई है। तिरंगे के रंगों ने शहर में चार चांद लगा दिए हैं।