सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय अजमेर में नेहरू युवा केन्द्र अजमेर युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय एवं डिजीटल जनरेशन संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में युवा संवाद - इंडिया -2047 कार्यक्रम आयोजित किया गया। अमृत काल के पंच प्रण युवा परिचर्चा में विकसित भारत का लक्ष्य, गुलामी के हर सोच से मुक्ति, अपनी विरासत पर गर्व, एकता - एकजुटता और नागरिक कर्तव्य पर युवाओं ने सवाल पूछे। जिला युवा अधिकारी श्री जयेश मीना ने युवा संवाद की पृष्ठभूमि सभी से साझा की। अजमेर जिले के सभी गांवों में चल रहे मेरी माटी मेरा देश अभियान के द्वितीय चरण से सभी को अवगत कराया। मुख्य वक्ता आचार्य रेखा यादव ने भारत की आधुनिकता एवं पश्चिमीकरण में अंतर बताया। उन्होंने भारत को मेल-जोल वाली संस्कृति बताया। नागरिक कर्तव्य पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने युवाओं से कर्तव्य शब्द का मूल भाव जाने।
डॉ. अनूप आत्रे ने देश की विरासत का महत्व बताते हुए 15वीं शताब्दी में 75 प्रतिशत विश्व जी डी पी में भारत के योगदान पर प्रकाश डाला। 1947 में भारत की आर्थिक स्तिथि से तुलना की । उन्होंने बताया कि पंच प्रण देश के लिए रोड मैप, विजन डॉक्यूमेंट है। युवाओं को इस अमृत काल में मिले हुए अवसरों को स्वयं के व्यक्तित्व विकास में उपयोग करना चाहिए । जी-20 सम्मेलन में विश्व भर से भारत को सरहाना मिली डिजिटल क्रांति में उपलब्धि है कि विश्व के 46 प्रतिशत यू पी आई ट्रांजेक्शन भारत में हो रहे हैं।
सहायक आचार्य डॉ. जितेंद्र थडानी ने संकल्प से सिद्धी के उदाहरण देकर प्रण लेने की शक्ति के बारे में बताया। भीष्म पितामह, चाणक्य, द्रौपदी, शिवाजी, दशरथ मांझी के उदहारण देकर मन, वाणी और कर्म के फल की शक्ति के बारे में बताया। सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य कायद अली ने पंच प्रण एवं मतदाता जागरूकता की शपथ दिलवाई । डॉ. मनोज यादव ने मंच का संचालन किया। डॉ. राममनोहर शर्मा मंच पर मौजूद रहे। कार्यक्रम आयोजन में मयंक सिंह नेगी की अध्यक्षता में नेहरू युवा केन्द्र से जुड़े महाराणा प्रताप युवा मंडल ने अपना योगदान दिया । अंकित चौधरी, किंजल पुरोहित, अशीष खानचंदानी, नितिन माथुर, रिंकू चौधरी, प्रियंका भाटी, चिराग सिंह, अनुराधा, हिमांशु को युवा संवाद में भाग लेने के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए ।