हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को कई प्राइवेट अस्पतालों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सरकारी अस्पताल के चिकित्सक ऑपरेशन करते हुए मिले। सीएमएचओ डॉ. ओपी चाहर ने इनके खिलाफ कार्यवाही करते हुए नोटिस थमाया जाएगा। सीएमएचओ डॉ. ओपी चाहर ने बताया कि विभाग को जिले में संचालित कई निजी नर्सिंग होम की शिकायतें प्राप्त हो रही थी। इसी के चलते हनुमानगढ़ टाउन स्थित जस्मिरा हॉस्पीटल मेटरनिटी एवं इनफर्टिलिटी सेंटर एवं नेहरा क्लिनिक की जांच की गई। दोनों निजी अस्पताल दुकान में चल रहे थे। हैरत की बात है कि यह अस्पताल न्यूनतम मानक भी पूरे नहीं करते।
जस्मिरा हॉस्पीटल मेटरनिटी एवं इनफर्टिलिटी सेंटर पर डॉ. हरिताषा चौधरी रोगियों को परामर्श दे रही थी। जो कि जिला अस्पताल में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ के पद पर कार्यरत है। अस्पताल के निरीक्षण में छह प्रसूता भर्ती थी। बताया जा रहा है कि जस्मिरा हॉस्पीटल क्लिनिक एस्टेबलिशमेंट एक्ट में डॉ. लक्ष्मी मीणा के नाम से पंजीकृत है। इसके पश्चात टीम ने टाउन स्थित नेहरा क्लिनिक का जायजा लिया। तो यहां भी जिला अस्पताल में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. विनोद नेहरा इसका संचालन कर रही थी। अस्पाल में पांच मरीज उपचाराधीन थे, जिनमें तीन मरीज सिजेरियन, तथा दो सामान्य प्रसव भर्ती थे। दस्तावेज की जांच करने पर पता लगा कि यह अस्पताल क्लिनिक एस्टेबलिशमेंट एक्ट के तहत पंजीकृत नहीं था।
दोनों अस्पतालों के निरीक्षण के बाद सभी मरीजों को जिला अस्पताल में रैफर करने के निर्देश दिए गए। दोनों अस्पतालों को आगामी आदेशों तक बंद करने की कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि इस संबंध में प्रकरण तैयार कर राज्य सरकार को अग्रिम कार्रवाई के लिए भेजा जाएगा। डॉ. चाहर ने बताया कि भविष्य में भी इस प्रकार की लापरवाही करने पर निजी अस्पताल एवं चिकित्सकों पर कार्रवाई जारी रहेगी। सीएमएचओ डॉ. ओपी चाहर ने डॉ. हरिताषा चौधरी के यहां भर्ती मरीजों से बात की, तब पता चला कि कइयों का तो ऑपरेशन तक कर दिया गया है। इनमें एक मरीज सामान्य प्रसव, दो मरीज सिजेरियन, एक मरीज महिला नसबंदी तथा दो महिलाओं के बच्चादानी ऑपरेशन के बाद वहां उपचाराधीन थे। विभाग की इस कार्रवाई में हनुमानगढ़ बीसीएमओ डॉ. ज्योति धींगड़ा एवं स्वास्थ्य निरीक्षक संतकुमार बिश्नोई शामिल रहे।