उदयपुर । पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर द्वारा आयोजित भरतनाट्यम का शानदार समापन शिल्पग्राम के दर्पण सभागार में शनिवार को समापन हुआ। गुरु पूजा नाथावत के मार्गदर्शन में चली इस दस दिवसीय भरतनाट्यम कार्यशाला में 13 महिलाओं एवं 1 बालक ने भरतनाट्यम की प्राथमिक शिक्षा ली। समापन समारोह की शुरुआत गणपति वंदना से हुई। सामूहिक नृत्य प्रस्तुति में संतुलित हाव-भाव से प्रशिक्षुओं ने प्रभावित किया। देवी स्तुति में कलाकारों ने तालबद्ध भंगिमाओं में विभिन्न रसों का प्रदर्शन किया। अंतिम प्रस्तुति राम भजन ने पूरे वातावरण को भक्तिमय बनाया। बहुत ही कम समय में गुरु पूजा नाथावत ने संभागियों को भरतनाट्यम के प्रति गहरी रुचि जगाई। इस अवसर पर पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर की निदेशक किरण सोनी गुप्ता ने प्रशिक्षुओं को बधाई देते हुए कहा कि शास्त्रीय नृत्य सीखने में मांइड, सोल और बॉडी का समन्वय सीखते है। इन कलाओं को सीखने से अनुशासन और सृजनशीलता का विकास होता है। प्रशिक्षुओं ने जितनी लगन से नृत्य सीखा उतने ही मनोयोग और जोश से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। समापन समारोह में प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र वितरित किये गए। दुर्गेश चान्दवानी ने मंच संचालन किया।