आपके लिए खुशखबरी, तिलवाड़ा में 2 करोड़ 20 लाख से बनेगा घुड़दौड़ मंडप
बांसवाड़ा भारत प्रसिद्ध तिलवाड़ा पशुमेले के विकास के लिए राज्य सरकार की ओर से 2 करोड़ 20 लाख का बजट स्वीकृत किया गया
बांसवाड़ा। बांसवाड़ा भारत प्रसिद्ध तिलवाड़ा पशुमेले के विकास के लिए राज्य सरकार की ओर से 2 करोड़ 20 लाख का बजट स्वीकृत किया गया है। इसमें घुुड़दौड़ पवेलियन का निर्माण करवाया जाएगा। अभी मेले के घुड़दौड़ मैदान में 30 मीटर में पवेलियन बना हुआ है। स्वीकृत राशि पर 90 मीटर लंबाई में पवेलियन का और निर्माण किया जाएगा। यहां कुल 120 मीटर पवेलियन पर टिन शेड बनाया जाएगा। साथ ही 60 गुना 20 फीट लंबाई- चौड़ाई में एक बैठक हॉल व एक टॉयलेट ब्लॉक का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए शीघ्र ही टेंडर जारी किए जाएंगे। पर्यटन विभाग की ओर से तिलवाड़ा मल्लीनाथ पशुमेला स्थल के विकास के लिए स्वीकृत बजट पर तखमीना तैयार कर उच्च अधिकारियों को प्रस्तुत किया है । शीघ्र ही टेंडर आमंत्रित कर स्वीकृत करेंगे। -मोहित व्यास, सहायक अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग बालोतरा 02 साल पहले इस मेले को प्रशासन ने बंद करने के आदेश कर दिए।मुहिम चलाकर मेले को पुन: प्रारंभ करने की पुरजोर पैरवी की। राज्य सरकार ने निर्णय को बदला और मेले को प्रारंभ करने की स्वीकृति प्रदान की।
सार्वजनिक निर्माण विभाग ने विकास कार्य का तखमीना तैयार कर उच्चाधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया है। शीघ्र ही टेंडर जारी होने पर अगले वर्ष मेला आयोजन से पहले स्वीकृत कार्य पूरे होंगे। अगले साल लगने वाले मेले से पहले विकास के कार्य पूरे होने पर पशुपालकों, दुकानदारों व मेलार्थियों को सुविधा मिलेगी। मेले का पुन: प्रारंभ करवाने के बाद में इस मेले में नवाचारों और व्यवस्थित आयोजन में अहम भूमिका निभाई। यहां पर केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने भारत सरकार के कृषि मंत्रालय की ओर से बड़ी कृषि प्रदर्शनी और पशुपालकों के लिए प्रोत्साहन ईनाम प्रारंभ किए। केन्द्रीय मंत्रियों की बड़ी सभाएं दोनों ही साल लगातार हुई, जिसमें केन्द्रीय कृषि, पशुपालन, जलशक्ति मंत्री सहित कई हस्तियां पहुुची है। भामाशाहों ने यहां चांदी वितरण कर पशु प्रतियोगिताओं को रोचक बनाया है। इसके बाद ट्रैक्टर और औजार भी लॉटरी से दिए जाने लगे हैं। पूर्व सांसद गजेसिंह की ओर से यहां पर अश्व प्रतियोगिता विजेताओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
तिलवाड़ा में घुड़दौड़ का रोमांच परवान पर रहता है। पिछले साल से ऊंटदौड़ का नवाचार प्रारंभ हुआ है। राज्य सरकार के पर्यटन विभाग ने यहां घुड़दौड़ के लिए पवेलियन के लिए 2 करोड़ 20 लाख रुपए देकर इसको बड़ा संबल दिया है। तिलवाड़ा पशुमेला सिरमौर है। यह करीब 700 साल पुराना मेला है। रावल मल्लीनाथ के नाम से भरे जाने वाले इस मेले में भारतभर से पशुपालक पहुंचते है। चैत्र मास की एकादशी से शुरू होने वाला यह मेला करीब 15 दिन तक चलता है।