केंद्र में अटका गहलोत सरकार राज्य में विधान परिषद के गठन का प्रस्ताव, जानिए वजह
गहलोत सरकार राज्य में विधान परिषद के गठन का प्रस्ताव भेजकर भूल गई है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गहलोत सरकार राज्य में विधान परिषद के गठन का प्रस्ताव भेजकर भूल गई है। गहलोत कैबिनेट ने जुलाई 2021 को तीसरी बार विधान परिषद के गठन का प्रस्ताव पारित किया था। इसके बाद राज्य के संसदीय कार्य एवं विधि विभाग ने केंद्र सरकार को चिट्टी लिखी थी। करीब 9 साल बाद राज्य सरकार ने केंद्र को अपनी राय से अवगत कराया था, लेकिन इसके बाद राज्य सरकार की तरफ से किसी तरह की ठोस पैरवी नहीं की गई। इससे एक बार फिर गहलोत सरकार का प्रस्ताव केंद्र में अटक गया है। गहलोत सरकार के विधान परिषद गठन करने के प्रस्ताव की हालत जस की तस है। एनडीए की सरकार में प्रस्ताव आगे बढ़ना बेहद मुश्किल है। गहलोत सरकार के प्रस्ताव पर मोदी सरकार ने कोई रूचि नहीं दिखाई है। राज्य में विधान परिषद गठित करने का मामला फिर ठंडे बस्ते में चला गया है। संसदीय कार्य एवं विधि विभाग के अधिकारियों के अनुसार राज्य सरकार के प्रस्ताव पर केंद्र सरकार ने फिर कोई रूचि नहीं दिखाई है।