भिवानी। पुलिस और गैंगस्टर के बीच रात को हुई मुठभेड़ में दोनों तरफ़ से हुई फ़ायरिंग में गैंगस्टर मनोज गोली लगने से घायल हो गया। भिवानी सीआईए-2 पुलिस ने हत्या के आरोपी इस गैंगस्टर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया था।
उल्लेखनीय है कि 6 मई को सिवानी क़स्बे में राजस्थान निवासी नरेश को बाइक सवार तीन बदमाशों ने उसकी कार में ही गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया था। इस मामले में पुलिस ने एक हत्यारे विक्रम को गिरफ़्तार किया। उससे पूछताछ और अन्य इनपुट के आधार पर रिवासा गाँव के पास भिवानी सीआईए पुलिस ने दो टीमें बनाकर दूसरे हत्यारे मनोज उर्फ़ गोलिया को गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाया। इस दौरान दोनों तरफ़ से दनादन गोलियाँ चलीं। एक गोली गैंगस्टर मनोज के पैर में लगी। इसलिए वह क़ाबू आ गया।
एएसपी लोगेश कुमार ने बताया कि जैसे ही मनोज बाइक पर आया तो खुद को पुलिस के जाल में घिरा देख वह पुलिस पर फ़ायरिंग करके कच्चे रास्ते से भागने लगा। तभी उसकी बाइक फिसल गई। इस दौरान 100 मीटर दूरी पर दूसरी टीम ने मोर्चा संभाला तो उसने उस टीम पर भी फ़ायर किए। इस दौरान गैंगस्टर मनोज ने 5 और पुलिस टीम ने 4 फ़ायर किए। मनोज की एक गोली पुलिस की गाड़ी पर लगी वहीं पुलिस की एक गोली मनोज के पैर में।
एएसपी लोकेश ने बताया कि घायल गैंगस्टर का इलाज भिवानी नागरिक अस्पताल में चल रहा है। उसके खिलाफ हत्या सहित 12 संगीन मामले दर्ज हैं। मनोज को पता नहीं था कि उसका साथी विक्रम गिरफ़्तार हो चुका है। वह उसी से मिलने जा रहा था। ताकि नरेश की हत्या मामले में गिरफ़्तार होने से बचने के लिए राजस्थान फ़रार हो जाए। गैंगस्टर मनोज की बाइक व पिस्टल बरामद कर ली है। मनोज के पास पाँच राउंड थे, जो सभी उसने फ़ायर कर दिए थे। उन्होंने बताया कि अब नरेश के हत्यारे मनोज व विक्रम के तीसरे साथी की तलाश जारी है।