अलवर। अलवर राज्य पीसीपीएनडीटी सेल ने डिकॉय ऑपरेशन के जरिए भ्रूण लिंग जांच के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली एक महिला दलाल नैहना देवी को पकड़ा है। वह बानसूर क्षेत्र के नाथूसर गांव निवासी अशोक कुमार शर्मा की पत्नी है। नैहना देवी गर्भवती महिलाओं से पैसे लेकर झूठी रिपोर्ट देती थी। डिकॉय टीम की सदस्य गर्भवती महिला के साथ भी उसने ऐसा ही किया। इसके बाद टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। एनएचएम के मिशन निदेशक डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि शाहपुरा, विराटनगर व थानागाजी के आसपास एक गिरोह गर्भवती महिलाओं की भ्रूण लिंग जांच करवाता है। सूचना की पुष्टि के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीसीपीएनडीटी सतवीर सिंह के नेतृत्व में एक डिकॉय टीम बनाई।
डॉ. सोनी ने बताया कि टीम की सदस्य गर्भवती महिला ने दलाल नैहना देवी से बातचीत की। दलाल महिला ने गर्भवती महिला को 25 हजार में भ्रूण लिंग जांच करवाने की बात कही। इसके बाद दलाल नैहना देवी ने डिकॉय गर्भवती को विराटनगर बस स्टैंड पर बुलाया। वहां से उसे अपनी गाड़ी में शाहपुरा ले गई और सरकारी अस्पताल से गर्भवती महिला की पर्ची बनवाकर सोनोग्राफी लिखवा कर हॉस्पिटल के सामने निजी सोनोग्राफी सेंटर पहुंची।
वहां गर्भवती महिला की सामान्य तरीके से सोनोग्राफी करवाई। सोनोग्राफी कराने के बाद जैसे ही गर्भवती और उसकी सहयोगी महिला सेंटर से बाहर आई तो दलाल महिला ने उन्हें मौखिक तौर पर बताया कि आपके गर्भ में लड़की है। इसके बाद इशारा मिलते ही डिकॉय टीम ने दलाल महिला नैहना देवी को पकड़ लिया। बाद में डिकॉय टीम ने सोनोग्राफी सेंटर के दस्तावेजों की जांच की, जो सही पाए गए। दलाल नैहना देवी से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि मनगढ़ंत तरीके से भ्रूण लिंग परीक्षण की जानकारी देकर पैसे लिए हैं। डिकॉय टीम ने उससे 24 हजार 500 के नोट भी बरामद किए हैं।