सरकारी व निजी दफ्तरों में लगे अग्निशमन यंत्र को न जांचा जा रहा है न रिफिलिंग हो रही
जालोर। गर्मी के दिनों में आग से नुकसान की घटनाएं बढ़ जाती हैं, लेकिन सरकारी व निजी कार्यालयों में लगे अग्निशमन यंत्रों की न तो जांच की जा रही है और न ही रिफिलिंग की जा रही है. रिफिलिंग की तारीख बीतने के बाद से कई साल बीत चुके हैं। हैरानी की बात तो यह है कि कलेक्ट्रेट परिसर में लगी मशीनों में भी करीब 8 साल से रिफिलिंग नहीं हुई है. हर साल इन उपकरणों की रिफिलिंग डेट और टेस्टिंग करानी होती है। समाहरणालय परिसर में 4 मशीनें लगी हैं, लेकिन 2015 के बाद इनकी सुध नहीं ली गई। यहां मशीन पर रिफिलिंग की तिथि के अनुसार 2015 में मशीन में रिफिलिंग की गई थी।
विभाग द्वारा शहर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में अप्रैल 2022 में रिफिलिंग की गई थी। जिसके बाद तिथि अप्रैल 2023 को समाप्त हो चुकी है। अभी तक रिफिल नहीं हुआ है। दूसरी ओर अस्पताल में रोजाना सैकड़ों लोगों का आना-जाना लगा रहता है। नगर परिषद सहित कई सरकारी व निजी कार्यालयों, शिक्षण संस्थानों, निजी अस्पतालों में अग्निशमन यंत्र तक नहीं है। कई निजी संस्थानों में मशीनें लगाई जा चुकी हैं। लेकिन सिर्फ दिखावे के लिए। जिसकी लंबे समय से जांच व रिफिलिंग नहीं हुई है। रिफिलिंग और परीक्षण की तारीख समाप्त हो गई है।