जैसलमेर। जैसलमेर मोहनगढ़ में हजारों बीघा जमीन घोटाले को लेकर किसानों का 24वें दिन भी धरना जारी है। किसानों ने धरना स्थल पर ही आजादी का त्योहार मनाया। किसानों का कहना है कि भू-माफिया व तहसील कर्मचारियों की मिली भगत कर कूट रचित दस्तावेज तैयार कर फर्जी तरीके से हजारों बीघा जमीन का नामांतरण कर लिया गया है। इसको लेकर किसान 24 दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों की मांग है कि फर्जी जमीन को अराजीराज कर 2004 में भरी गई फाइलों को आवंटन कर गरीब किसानों को राहत दी जाए। इसके साथ ही गोचर भूमि पर भू-माफियाओं ने अवैध खेती कर रखी है उसे मुक्त किया जाए। मोहनगढ़ में जारी धरने पर कई बुजुर्ग और युवा किसान बैठे हैं। सबका एक मत से कहना है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वे आमरण अनशन करेंगे।
मोहनगढ़ कस्बे में तहसील ऑफिस के आगे किसानों का धरना लगातार जारी है। किसानों ने बताया कि 15 अगस्त को एक तरफ विभाग ने ध्वजा रोहण किया वही दूसरी ओर सामने किसानों का धरना जारी रहा। किसानों ने आजादी का दिन नहीं मनाया और अपनी जायज मांगों को लेकर धरना जारी रखा। किसानों का कहना है कि बड़े दुख की बात है कि प्रदेश में मौजूद सरकार 24 दिनों से किसानों की मांगे पूरी नही कर पा रही है। सरकार एव विभाग के अधिकारियों के पूरे प्रयास हो रहे हैं कि धरने को विफल किया जाए मगर किसानों की जब तक मांगे पूरी नही हो जाती ये धरना जारी रहेगा।