Fake Aadhaar Card बनाए जानवरों की आंखों और पैरों के निशानों

Update: 2024-07-21 04:22 GMT


राजस्थान  RAJISTHAN सरकार ने कथित फर्जी आधार कार्ड बनाने के मामलों की सीबीआई जांच की सिफारिश की है। यह जांच उन चौंकाने वाले आरोपों के बाद की गई है, जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान की सीमा से लगे सांचौर और अन्य जिलों में इंसानी बायोमेट्रिक्स की जगह जानवरों की आंखों की पुतलियों (Animals Iris) और पैरों के निशानों का इस्तेमाल किया जा रहा है।राज्य के संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने शनिवार को कहा कि सरकार ई-मित्र/आधार ऑपरेटरों द्वारा फर्जी आधार कार्ड बनाने की जांच के लिए सर्च टीम गठित करते हुए राज्यव्यापी अभियान चलाएगी। देवासी ने यह भी आरोप लगाया कि स्कूली बच्चों से 200-200 रुपये में
FINGERPRINT
  फिंगरप्रिंट लिए गए और आधार कार्ड बनाते समय फोटो खींचने के लिए आईरिस स्कैनर को उल्टा रखा गया।
मंत्री पटेल ने कहा कि आधार कार्ड जारी करने वाली यूआईडीएआई द्वारा तकनीकी स्तर की जांच और कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने के बाद 14 ई-मित्र/आधार ऑपरेटरों की मशीनों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया है।आईटी और संचार विभाग राजस्थान में आधार केंद्रों के संचालन की जांच कर रहा है। पटेल ने कहा, "दोषी आधार ऑपरेटरों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक और कानूनी कार्रवाई की जा रही है।" मंत्री ने कहा कि यूआईडीएआई द्वारा मामले की जांच किए जाने के बाद ई-मित्र ऑपरेटरों द्वारा फर्जी आधार कार्ड जारी करने के संबंध में सांचौर में पुलिस द्वारा दो एफआईआर दर्ज की गई हैं। धोखाधड़ी के सिलसिले में सांचौर में
MANOHAR LAL 
मनोहर लाल नामक एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है।

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