आपदा बचाव के लिए योजनाबद्ध तरीके से आवश्यक प्रबंधन सुनिश्चित करें-जिला कलक्टर
जिला कलक्टर निशांत जैन की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक संपन्न हुई।
बैठक में जिले में मानसून वर्ष 2023 में संभावित बाढ़ चक्रवात एवं अतिवृष्टि की स्थिति के दौरान बचाव एवं राहत व्यवस्था के साथ ही बाढ व जलभराव की संभावना को देखते सुरक्षात्मक उपाय के संबंध में चर्चा हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला कलक्टर निशांत जैन ने कहा कि जिले में बाढ़ एवं अतिवृष्टि से निपटने के लिए विभागवार बाढ़ नियंत्रण कक्षों की स्थापना करें।
उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि आपदा एवं बाढ़ बचाव के संबंध में पूर्व तैयारियाँ सुनिश्चित करते हुए योजनाबद्ध तरीके से आवश्यक प्रबंधन करें ताकि आपदा के समय उनका समुचित उपयोग किया जा सकें। उन्होंने कहा कि जिले के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जर्जर भवनों का चिन्हीकरण करने के साथ ही शेल्टर होम की वैकल्पिक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जावें।
जिला कलक्टर ने जल संसाधन विभाग एवं जिला परिषद के अधिकारियों को बांधों के रख-रखाव, फाटक खोलने संबंधी पूर्व तैयारी करने, छोटे बांध, एनीकट व तालाबों का जायजा लेकर सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने को लेकर निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने निर्देशित किया कि आंधी-तूफान से क्षतिग्रस्त विद्युत लाइनों, पेयजल पाईप लाईनों व सड़कों की मरम्मत प्राथमिकता के साथ सुनिश्चित करें ताकि मानसून के दौरान जिले की विद्युत एवं पेयजल व्यवस्था बाधित न हो। उन्होंने नगरीय क्षेत्रों में सर्वे कर जलभराव वाली बस्तियों व निम्न भूमियों को चिन्हित कर आवश्यक सुरक्षात्मक उपाय करने के साथ रैन बसेरों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रां में नदी-नालों व नहरों में झाड़ी कटाई कार्य करवाने की भी बात कही। उन्होंने रोडवेज एवं परिवहन विभाग को निर्देशित कर वाहन चालकों को तेज बहाव व बहते पानी में किसी भी स्थिति में वाहन नहीं उतारने के लिए पाबंद करने की बात कही।
जिला कलक्टर ने पुलिस, एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस व होमगार्ड के अधिकारियों को आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए राहत एवं बचाव के लिए आवश्यक तैयारियाँ सुनिश्चित करने को लेकर निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सा विभाग को मोबाइल टीमों का गठन कर उसमें पर्याप्त स्टाफ की नियुक्ति व दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात कहते हुए कहा कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए आवश्यक प्रबंधन किया जावें। उन्होंने रसद विभाग के अधिकारियों को एलपीजी गैस व पैट्रोलियम पदार्थ का पर्याप्त मात्रा में स्टॉक रिजर्व रखने, सुचारू खाद्यान्न आपूर्ति सुनिश्चित करने की बात कही।
जिला कलेक्टर ने कहा कि पशुपालन विभाग को पशुओं के बचाव व सुरक्षा के साथ ही चारे की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करें। उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को मानसून पूर्व क्षतिग्रस्त सड़कों पर पेचेबल कार्य को पूर्ण करने को लेकर निर्देश दिए। उन्होंने तेज बहाव वाली रपटों व नदी-नालों के किनारे रेडियम पेन्टेड चेतावनी बोर्ड लगवाने के निर्देश दिए।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में जिला कलक्टर ने शिक्षा, उच्च शिक्षा व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के विद्यालयों एवं छात्रावासों का आपदा की स्थिति में शेल्टर होम के रूप में उपयोग करने की बात कही।
जिला कलक्टर ने संबंधित विभागों को राहत बचाव कार्य में काम आने वाले रस्सी, टॉर्च, छाते व रैन कोट, मडपंप, रेत के कट्टे, नौका सहित आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था सुनिश्चित करने को लेकर निर्देश दिए।
बैठक में जालोर विधायक जोगेश्वर गर्ग ने भी आपदा राहत एवं बचाव कार्यों से संबंधित व्यवस्थाओं के संबंध में अपने सुझाव देते हुए आपसी समन्वय स्थापित कर आपातकालीन स्थितियों में राहत एवं बचाव कार्य सुनिश्चित करने की बात कही।
बैठक में मौजूद सेना के अधिकारी केप्टन एल.एस.राठौड़ ने आवश्यकता होने पर आपातकालीन स्थितियों में राहत एवं बचाव कार्यों में सेना की भूमिका को लेकर विस्तार से जानकारी दी।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वरलाल ने आपदा की स्थिति में पुलिस विभाग द्वारा की गई व्यवस्थाओं की पूर्व तैयारियों के बारे में बताते हुए आपदा प्रबंधन एक्शन प्लान, आवश्यकतानुसार पुलिस व होमगार्ड्स की नियुक्ति, वायरलेस सिस्टम सहित पुलिस इंतजाम को लेकर विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्र प्रसाद अग्रवाल, डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंता महेश कुमार व्यास, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता ताराचंद कुलदीप, सीएमएचओ डॉ. रमाशंकर भारती, जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता सुनील रतनानी, मुख्य शिक्षाधिकारी चुन्नीलाल परिहार, जिला परिवहन अधिकारी सी.एल.मालवीय, एसडीआरएफ जोधपुर के रामपाल सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित रहे।
अति-प्रचण्ड चक्रवती तूफान “बिपरजॉय“ को लेकर जालोर जिले में अलर्ट
मौसम केंद्र से प्राप्त सूचना के अनुसार अति-प्रचण्ड चक्रवती तूफान “बिपरजॉय“ को लेकर 14 जून से 17 जून 2023 तक थंडरस्टॉर्म गतिविधियाँ जारी रहने, मेघगर्जन के साथ तेज गति की हवाएँ चलने होने की संभावना हैं जिसको देखते हुए जिले में सभी विभागों को अलर्ट किया गया है।
जिले में तेज आंधी एवं बारिश की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए आम जन से सावधानी बरतनी तथा घरों में रहने को लेकर अपील जारी की है।
जिला कलेक्टर निशांत जैन ने जिले के सभी उपखंड अधिकारियो, तहसीलदार, विकास अधिकारी, ईओ, डिस्कॉम सहित पुलिस विभाग के अधिकारियों को सतर्क रहने तथा किसी अप्रिय घटना की स्थिति में तुरंत राहत बचाव कार्य शुरू किए जाने को लेकर निर्देशित किया है।
उन्होंने अधिकारियों से लगातार सघन फीडबैक लेते रहने तथा आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था व राहत बचाव कार्यों को समय पर सुनिश्चित करने को लेकर विस्तृत निर्देश दिए है।
जिला प्रशासन ने जारी की अपील
जिला प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि तेज हवा व मेघ गर्जन के दौरान घरों के अंदर रहे। उन्होंने बताया कि तेज हवा व बरसात के दौरान पेड़ों के नीचे व कच्ची दीवार के पास खड़े न हो। पशुआें को खुले बाड़े में रखे तथा खूटे से नहीं बांधे। बिजली के खम्भों के नीचे व पास दुपहिया व चार पहिया वाहन खड़ा न करें। जिन घरों में टीन शेड है, उनके गेट बंद रखे। बड़े होर्डिंग्स लगे स्थानों से दूर रहें तथा विद्युत खम्भों, तारों व ट्रांसफार्मर आदि से पर्याप्त दूरी बनाये रखें एवं नजदीकी सुरक्षित स्थान पर शरण लें। तेज बहाव में वाहन न उतारे तथा आपात स्थिति में टॉर्च, रैन कोट व छाते का प्रयोग करें। बैटरी से संचालित मोबाईल, इनवर्टर इत्यादि उपकरणों को फुल चार्ज रखें।
नियंत्रण कक्षों की सूचना
जिले में बाढ़ नियंत्रण एवं बचाव राहत कार्य के लिए जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष व विभिन्न विभागीय नियंत्रण कक्ष स्थापित किये गये है जिन पर आमजन सूचना प्राप्त करने के साथ ही अपनी समस्या बता सकेंगे।
जिला स्तरीय बाढ़ नियंत्रण रूम
नंबर 02973-222216
जल संसाधन विभाग
बाढ़ नियंत्रण कक्ष नंबर 02973-222249 व 9413852378,
विद्युत विभाग
जिला नियंत्रण कक्ष नंबर 02973-222535, 18001806045(जोधपुर डिस्कॉम), जालोर खण्ड नियंत्रण कक्ष नंबर 9413359485, भीनमाल खण्ड नियंत्रण कक्ष नंबर 9413359495, सांचौर खण्ड नियंत्रण कक्ष नंबर 9413359487, रानीवाड़ा खण्ड नियंत्रण कक्ष नंबर 9414374784 व सायला खण्ड नियंत्रण कक्ष नंबर 9414674797,
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग
खण्ड जालोर नियंत्रण कक्ष नंबर 02973-222272, खण्ड भीनमाल नियंत्रण कक्ष नंबर 02969-220120 व सांचौर खण्ड नियंत्रण कक्ष नंबर 02979-283624,
पुलिस विभाग
कंट्रोल रूम नंबर 100 व 02973-224031,
चिकित्सा विभाग
नियंत्रण कक्ष नम्बर 02973-222246 व 02973-294455 (जिला अस्पताल जालोर),
नगर परिषद जालोर
नियंत्रण कक्ष नंबर 02973-222270,
नगरपालिका भीनमाल
नियंत्रण कक्ष नंबर 02969-220003,
नगरपालिका सांचौर
नियंत्रण कक्ष नंबर 02979-283280 व 9828745355
नगरपालिका रानीवाड़ा
नियंत्रण कक्ष नंबर 9610511051,
सार्वजनिक निर्माण विभाग
जालोर खण्ड नियंत्रण कक्ष नंबर 9414325353, भीनमाल खण्ड नियंत्रण कक्ष नंबर 8135037660 व सांचौर खण्ड नियंत्रण कक्ष नंबर 7062172929
वन विभाग
खण्ड जालोर नियंत्रण कक्ष नंबर 9549414846, जसवंतपुरा खण्ड नियंत्रण कक्ष नंबर 7425008320, भीनमाल नियंत्रण कक्ष नंबर 9636286941, रानीवाड़ा नियंत्रण कक्ष नंबर 7742922929 हैं।