जैसलमेर। जैसलमेर चक्रवाती तूफान बिपरंजय का कुछ असर गुरुवार को जैसलमेर में देखा जा रहा है। शाम को आसमान में काले बादल छाए और हल्की बूंदाबांदी भी हुई। तूफान को लेकर राजस्थान के 5 जिलों में रेड अलर्ट और 8 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. जैसलमेर से सटे बाड़मेर और जोधपुर जिलों में रेड अलर्ट है। जैसलमेर जिले में ऑरेंज अलर्ट है। तूफान को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है. तूफान की आशंका को देखते हुए राहत और बचाव दल को अलर्ट पर रखा गया है. सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
जैसलमेर में 16 व 17 जून तक तूफान के असर को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी है. 18 जून के लिए येलो अलर्ट है। 16 और 17 जून को गरज, बिजली चमकने के साथ भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। कृषि मौसम विज्ञानी अतुल गालव ने बताया कि 16 से 17 जून तक जिले में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है. 18 जून को हल्की बारिश और 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है।
तेज आंधी और भारी बारिश की आशंका के बाद जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है. कलेक्टर टीना डाबी ने आपदा से जुड़े विभागों के अधिकारियों को हर समय अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. सिविल डिफेंस के वॉलंटियर्स ने राहत औ बचाव की तैयारी शुरू कर दी है. राज्य सरकार के निर्देशानुसार सभी विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों के अवकाश निरस्त कर दिए गए हैं। जिला मुख्यालय पर कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर भी बनाया गया है जो चौबीसों घंटे काम करेगा। लोग जिला स्तरीय कंट्रोल रूम नंबर 02992-250082 और टोल फ्री नंबर 1077 पर जानकारी और अपनी समस्या दे सकते हैं। जैसलमेर में 16 जून से आने वाले द्विपजॉय तूफान को लेकर रिजर्व पुलिस जाब्ते को अलर्ट कर दिया गया है. 150 नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों में से 36 को ड्यूटी पर लगाया गया है। अगर स्थिति बिगड़ती है तो बाकी वॉलंटियर्स को बुलाया जाएगा। डाबला के पास एक जलकुंड है। वहां 15 से 20 परिवारों को भी लाइन में खड़ा कर दिया गया है। ताकि ज्यादा दिक्कत होने पर उन्हें समय रहते शिफ्ट किया जा सके।