Dungarpur : डूंगरपुर जिले के दौरे के दूसरे दिन कृषि और पौधरोपण कार्यों का किया निरीक्षण

Update: 2024-07-02 12:00 GMT
Dungarpurडूंगरपुर । प्रभारी सचिव राजेन्द्र विजय डूंगरपुर जिले के दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को सुदूर क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण और कृषि के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों और नवाचारों से रूबरू हुए। प्रभारी सचिव विजय ने सुबह सबसे पहले रिमझिम फुंहारों के बीच डूंगरपुर तहसील के मांडवा में 4 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में बने शेडनेट हाउस का निरीक्षण किया। यहां ड्रिप टेक्नोलॉजी से खीरे के लगभग 8 हजार पौधे तैयार किए गए हैं।
प्रभारी सचिव ने प्रगतिशील किसान धर्मेन्द्रसिंह पिता श्री समरसिंह गांव माण्डवा खापरडा से संवाद भी किया। कृषक धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि उद्यान विभाग की ओर से शेडनेट हाउस बनाने की सलाह पर 4000 वर्गमीटर में वर्ष 2023-24 में शेडनेट हाउस का निर्माण किया। 176480 रूपये कृषक हिस्सा राशि जमा कराई गई तथा शेष 26,98,000 रूपये का अनुदान विभाग की ओर से दिया गया।
ड्रिप तकनीक से खीरा उगाया, 6 लाख का मुनाफा पाया
कृषक ने बताया कि मार्च 2023 में खीरा की फसल लगाई गई जिसमें करीब 60 हजार का उन्नत किस्म का बीज, देशी खाद 30 ट्रोली एवं अन्य कार्यों पर मजदूरी सहित कुल 4 लाख का खर्च हुआ था। 2.5 बीघा शेडनेट से किसान को करीब 400 क्विंटल खीरा का उत्पादन मिला एवं 20-35 रूपये प्रति किलो दर से विक्रय कर करीब 10 लाख का खीरा विक्रय किया गया, जिसमें शेडनेट की लागत व अन्य खर्चा 4 लाख कम करने पर करीब 6 लाख का शुद्ध लाभ अर्जित किया गया। पूर्णरूप से जैविक खाद का उपयोग किया गया जिससे बाजार में भाव अच्छा मिला। खीरा की फसल वापस लगाई है तथा जैविक तरल खाद, वर्मी वाश आदि का उपयोग कर रहा है। किसान ने शेडनेट के अलावा अपने अन्य खेत में भी ड्रीप पर मिर्ची, टमाटर आदि फसलें उगाने की तैयारी कर रखी है।
प्रभारी सचिव ने प्रगतिशील किसान की सराहना की एवं अन्य किसानों को भी कृषि में तकनीक का प्रयोग करने की अपील की। इस दौरान जिला रसद अधिकारी विपिन जैन, दलसिंह गरासिया उप निदेशक उद्यान, गीता रोत सहायक निदेशक उद्यान, सोहनलाल मीणा कृषि अधिकारी, शफी मोहम्मद सहायक कृषि अधिकारी और यतिका तम्बोली कृषि पर्यवेक्षक उपस्थित रहे।
135 बीघा चारागाह भूमि को हराभरा बनाने का संकल्प, 5 हजार पौधे लगेंगे
प्रभारी सचिव ने सागवाड़ा पंचायत समिति की बरबोदनिया ग्राम पंचायत में 135 बीघा चारागाह भूमि में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना के अंतर्गत पौधरोपण एवं चारागाह विकास कार्य का निरीक्षण किया। यहां स्थानीय जलवायु के अनुकूल 5 हजार पौधे लगाए जाएंगे। इसके लिए प्रतिदिन 40 से अधिक श्रमिक नियोजित किए गए हैं। इनमें ज्यादातर महिला श्रमिक हैं। प्रभारी सचिव विजय ने मंत्रोच्चारण के बीच पौधा लगाया और उपस्थित महिला श्रमिकों से संवाद करते हुए कहा कि पौधा लगाने के साथ इसकी नियमित देखभाल करना भी जरूरी है। जितने पौधे लगाएं, उनकी सार-संभाल करें और कल्पना करें कि जब हजारों पौधे बडे़ होकर पेड बनेंगे, तो यहां का दृश्य कितना मनोरम होगा, आपके इस काम को आने वाली पीढि़यां याद करेगी।
अतिरिक्त जिला कलक्टर कुलराज मीणा ने भी पौधरोपण कर अधिक से अधिक संख्या में पौधे लगाने की अपील की। बीडीओ मूलाराम ने बताया कि 15 जुलाई तक 5000 पौधे लगाने का लक्ष्य है। इनमें 1000 नीम के पौधे लगाए जाएंगे। वहीं, जामुन, सीताफल और वन विभाग की ओर से उपलब्ध करवाए जाने वाले छायादार वृक्ष के पौधे शामिल हैं।
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