Dungarpurडूंगरपुर । राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा चलाए जा रहे पेन इंडिया ‘‘श्रम से बच्चों की आजादी‘‘ अभियान के अन्तर्गत 15 अगस्त स्वाधीनता दिवस के उपलक्ष्य पर बाल अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 ने डूंगरपुर जिले के दोवड़ा क्षेत्र में 14 से 16 वर्ष के बाल श्रम कर रहे बच्चों को बालश्रम से मुक्त करवाया गया। बाल अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक पिंकी मीणा ने बताया कि चाइल्ड हेल्पलाइन समन्वयक मेहुल शर्मा के नेतृत्व में सुपरवाइजर महेन्द्र कलाल ने इसकी सूचना पुलिस व संबंधित विभाग को दी। जिसके बाद चाइल्ड हेल्पलाइन, दोवड़ा पुलिस व सृष्टि सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में दोवड़ा क्षेत्र के पुनाली गांव में ईट भट्टे पर बालश्रम कर रहे एक बालक को बालश्रम से मुक्त करवाया गया। इस बच्चें को अग्रिम सहायता के लिए इसे बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष भावेश कुमार जैन, सदस्य बालकृष्ण परमार, उमेश रावल व जयश्री भट्ट के समक्ष प्रस्तुत किया गया जहां से बच्चें को अग्रिम आदेश तक राजकीय किशोर गृह में अस्थाई आश्रय प्रदान किया गया। साथ ही बाल कल्याण समिति द्वारा नियोक्ता के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश प्रदान किए गए। इस अवसर पर दोवड़ा पुलिस से रणछोड़लाल व सृष्टि सेवा समिति के राजेन्द्र कटारा, सुरेन्द्र ढोली सहित अन्य मौजूद रहे।