पार्श्वनाथ एनक्लेव में नहीं हुआ नालियों और सीसी का काम शुरू

Update: 2023-07-21 09:29 GMT

कोटा. शहर के कुन्हाड़ी क्षेत्र स्थित वार्ड 28 के पार्श्वनाथ एनक्लेव में नालियों व सीसी रोड के निर्माण के टेंडर होने व शिलान्यास होने के बावजूद काम शुरू नहीं हो पाया। इससे बरसात में कॉलोनी वासियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। कॉलोनी वासियों ने बताया कि पार्श्वनाथ कॉलोनी में लोगों की आवागमन की सुविधा के लिए सीसी रोड व जल निकासी के समस्या के लिए नालियों के काम के लिए पदयात्रा के दौरान यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को अवगत करवाया था। इस पर उन्होंने कॉलोनी में दोनों काम करवाने के आदेश दिए।

नगर विकास न्यास की ओर से 28 मार्च को दोनों कामों के लिए टेंडर जारी कर दिए गए। कॉलोनी के दोनों कार्यों के लिए 2 करोड़ 21 लाख रुपए की स्वीकृत की गई। इससे 11 सौ मीटर सीसी सड़क व 2173 मीटर आरसीसी की नालियों का निर्माण किया जाना है। टेंडर होने के बाद कार्य का शिलान्यास भी पीसीसी महासचिव अमित धारीवाल की ओर से 14 जून को कर दिया गया, लेकिन इसके बावजूद एक माह बाद भी काम शुरू नहीं हो पाया। जबकि यह काम कुल चार माह में पूरा हो जाना चाहिए था। ऐसे में बरसात में जल निकासी की व्यवस्था प्रभावित हो रही है। न्यास अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान वार्डवासियों ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से टेंडर व राशि जारी करने के बावजूद संवेदक की ओर से अभी तक निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है। इस मामले में न्यास अधिकारियों के समक्ष समस्या रखने के बावजूद ध्यान नहीं दे रहे। टेंडर के बाद इसका शिलान्यास भी कर दिया गया। शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। यहां सीसी सड़क व आरसीसी की नालियां बनाई जाएंगी।

शिविर से गायब शिक्षकों को लेकर मांगी तथ्यात्मक रिपोर्ट

कोटा राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से भावी संस्था प्रधान 237 उप प्राचार्यों को अनुशासन का पाठ सिखाने व क्षमता संवर्द्धन के लिए बुधवार से दस दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर शुरू हुआ। शिविर में उप प्राचार्यों को रात में भी ठहरने के निर्देशित किया हुआ था, लेकिन शिक्षक रात के समय नदारद रह रहे है। इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी प्रदीप चौधरी ने एडीपीसी उषा पंवार से तथ्यात्मक रिपोर्ट तलब की है। डीईओ ने एडीपीसी को सुबह-शाम दोनों समय शिक्षकों की उपिस्थति के निर्देश दिए है। गायब हुए शिक्षक की रिपोर्ट प्रेषित करने के निर्देश दिए है, ताकि उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सके। गौरतलब है कि राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद ने पहली बार जिला स्तर पर प्रति शिक्षक के लिए एक हजार रुपए का बजट जारी किया है। इस तरह से दस दिवसीय शिविर में प्रतिदिन 2 लाख 37 हजार रुपए खर्च हो रहे है। शिक्षा विभाग की ओर से छावनी स्थित एक होटल में इसकी व्यवस्था की गई है।

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