सीकर। प्रदेश के सभी चिकित्सा संस्थानों में ओपीडी समय के बाद चिकित्सकों के ऑन काल पर रहने की व्यवस्था है। ओपीडी के बाद इमरजेंसी होने पर स्टॉफ के द्वारा चिकित्सक को बुलाया जाता है। यह नियमित व्यवस्था है। चिकित्सकों की उपलब्धता के अनुसार चिकित्सा संस्थानों में ड्यूटी पर चिकित्सक लगाए जाते हैं। अस्पतालों में राउण्ड द क्लॉज चिकित्सक लगाने के लिए कम से कम सात चिकित्सक प्रत्येक संस्थान में चाहिए। चिकित्सकों की संख्या कम होने कारण चिकित्सकों के ऑन कॉल की व्यवस्था है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ निर्मल सिंह ने बताया कि जिले के अस्पतालों में ओपीडी समय के बाद चिकित्सक ऑन काल रहते हैं। ओपीडी समय के बाद रोगियों को ड्यूटी पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी अटेन्ड करते हैं। रोगी के गंभीर होने पर स्टॉफ द्वारा चिकित्सक को बुलाया जाता है।
लू तापघात के बचाव के लिए सभी चिकित्सा संस्थानों में रोगियों के लिए माकूल व्यवस्था की गई है। ओपीडी समय में आने वाले रोगियों का उपचार चिकित्सक द्वारा किया जा रहा है। ओपीडी समय के बाद आने वाले रोगियों को भी चिकित्सा सेवा मिले इसके लिए स्वास्थ्य कर्मी राउण्ड द क्लॉक रहते हैं।