मनमर्जी से पहुंच रहे डॉक्टर व कर्मी, अस्पतालों में बायोमीट्रिक मशीनें ठप
सवाई माधोपुर न्यूज़ , सवाई माधोपुर सरकार भले ही सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों व कर्मियों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने को लेकर गंभीर है, लेकिन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग इस मामले में लापरवाही दिखा रहा है. जिला मुख्यालय सहित जिले के पीएचसी व सीएचसी में खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। आलम यह है कि कई अस्पतालों में बायोमैट्रिक हाजिरी की व्यवस्था बंद कर दी गई है। इसलिए अस्पताल के कई कार्यालयों से मशीनों को हटा दिया गया है और कुछ सिर्फ दीवारों की शोभा बढ़ा रहे हैं। डॉक्टर व कर्मचारी बायोमीट्रिक मशीन से हाजिरी नहीं देना चाहते हैं। ऐसे में यह व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर गई है। वहीं, चिकित्सा विभाग भी इस मामले में गंभीर नहीं है।
जिला अस्पताल में बायोमीट्रिक मशीन लंबे समय से खराब पड़ी है। ऐसे में मशीन के माध्यम से चिकित्सक, नर्सिंगकर्मी व फार्मासिस्ट की उपस्थिति नहीं हो पा रही है. इस वजह से लंबे समय से कर्मचारी रजिस्टर में ही अपनी हाजिरी दर्ज करवा रहे हैं। चिकित्सा विभाग भी इस मामले में पूरी तरह फेल नजर आ रहा है। हालांकि कोरोना काल में बंद पड़ी मशीनों को दुरुस्त करने और नई मशीनें लेने की तैयारी की जा रही है. 13 मई को प्रभारी मंत्री व प्रभारी सचिव ने भी बैठक कर चिकित्सा संस्थानों में बायोमीट्रिक मशीन से उपस्थिति दर्ज कराने का आदेश दिया था, लेकिन यह आदेश फिलहाल बेअसर साबित हो रहा है. जिले में कहीं भी बायोमैट्रिक मशीन से हाजिरी नहीं लग रही है। बायोमीट्रिक मशीन से हाजिरी दर्ज नहीं होने से चिकित्सा संस्थानों में चिकित्सक व कर्मियों का भी मनमर्जी से आना-जाना लगा रहता है. ऐसे में मरीजों व उनके परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। खंडार, बौली, बामनवास समेत कई जगहों पर अस्पतालों में बायोमेट्रिक मशीन नहीं है. ऐसे में डॉक्टर व कर्मचारी भी देरी से पीएचसी-सीएचसी पहुंच रहे हैं।