कृषि विभाग ने किसानों कोे सेमीलूपर एवं बालदार सूंडी के प्रकोप से फसलों को बचाने के लिए जागरूक रहने की सलाह दी है। संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार अतीश कुमार शर्मा ने बताया कि इस बार वातावरण में अधिक आर्द्रता एवं तापमान में बढोतरी के कारण सोयाबीन की फसल में कीट प्रकोप की प्रबल सम्भावना है। क्षेत्र में भ्रमण के दौरान कहीं-कहीं वाल के समान सेमीलूपर कीट, बालदार सूंडी का प्रकोप देखने में आ रहा है। जो कि पत्तियों को प्राथमिक तौर पर खाता है। यदि अगले सप्ताह तक वर्षा नहीं होती है तो कीट प्रकोप के बढ़ने की आशंका रहेगी। किसानों को सलाह दी गई है कि वे नियमित रूप से खेतांे का भ्रमण करें।
खेत में एक मीटर में यदि 4 इल्ली पाई जाती है तो सेमीलूपर के प्रभावी नियंत्रण के लिए ईमामैक्टिन बैन्जोएट 5 एसजी की 180 ग्राम मात्रा अथवा इण्डोक्साकार्व 15.8 ईसी की 300 मिली मात्रा को 500 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। क्लोरोपाइरीफॉस 20 ई.सी. या क्यूनॉलफॉस 25 ईसी की 1.5 लीटर मात्रा को 500 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करने से लागत में कमी आती है एवं प्रभावी नियंत्रण भी किया जा सकता है। बालदार सूंडी के प्रभावी नियंत्रण के लिए फ्लुबेन्डामाईड 48 एसी 180 मिली प्रति हैक्टर छिड़काव करें अथवा मिथाईल पेराइथियान 2 प्रतिशत चूर्ण का 25 किलो प्रति हैक्टयर की दर से भुरकाव करें।