District Collector पुष्पा सत्यानी ने मानसून के मध्यनजर जल भराव की समस्या को लेकर बैठक

Update: 2024-07-06 12:17 GMT
Churu चूरू । जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी ने शनिवार को जिले के सालासर मुख्यालय स्थित भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र में जिले में मानसून और अतिवृष्टि की संभावनाओं के बीच जिले के विभिन्न स्थानों पर जल भराव और उससे उत्पन्न समस्याओं से निपटने के लिए किए जाने वाले प्रबंधों को लेकर बैठक में समस्त उपखंड अधिकारियों व नगर निकाय अधिकारियों से रिपोर्ट लेकर समुचित प्रबंधन के निर्देश दिए।
सत्यानी ने कहा कि अधिकारी
जल भराव से आमजन को होने वाली परेशानी से निजात दिलाएं तथा इसके लिए उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम उपयोग करते हुए समस्या का समुचित निस्तारण करें। जल भराव की समस्या के स्थाई समाधान के लिए प्रयास करें ताकि आमजन को दीर्घकालीन राहत मिल सके।
उन्होंने कहा कि जिले में मानसून के दौरान अतिवृष्टि की आशंकाओं को देखते हुए पूर्ण तैयारी रखें और पहले से ही सारे इंतजाम रखें ताकि ज्यादा बारिश होने की स्थिति में किसी प्रकार की अनावश्यक परेशानी से आमजन को रूबरू नहीं होना पड़े। उन्होंने जिले के समस्त एसडीएम एवं तहसीलदारों से कहा कि वे नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जल भराव की आशंका वाले पॉइंट्स चिन्हित करें और पहले से ही यह सुनिश्चित करें कि पानी की निकासी के समुचित इंतजाम हों तथा नाले-नालियों में कोई अवरोध नहीं आए।
बरसात के दौरान आमजन की ओर से कोई शिकायत आने पर उन्हें तुरंत रिस्पॉन्स मिलना चाहिए। सभी उपखंड कार्यालयों, नगर निकायों तथा महत्त्वपूर्ण विभागों में नियंत्रण कक्षों की नियमित रूप से संचालन किया जाए और सभी विभागों के अधिकारी आपस मे तालमेल बनाकर काम करें ताकि प्रत्येक कार्यवाही प्रभावी ढंग से सम्पन्न हो।
उन्होंने उपखंड अधिकारियों से कहा कि अपने अपने क्षेतर्् में जल भराव पॉइंट्स का नियमित निरीक्षण व मॉनिटरिंग करें। जल भराव की समस्या होने पर वार्ड वासियों और आमजन से अपेक्षित सहयोग लेते हुए त्वरित निस्तारण करें।
उन्होंने कहा कि मोटरों, पंपों और एसटीपी को सुचारू रखें तथा खराब हो जाने पर मोटरों को ठीक करवाने व बदलने की कार्यवाही की जाए। उपलब्ध मैनपावर और संसाधनों को प्रबंधित करें तथा मिट्टी के कट्टे भरवाने, ट्रैक्टर,जेसीबी आदि मशीनों की उपलब्धता रखने, मूवेबल पंप सहित उपकरणों को पूर्व तैयारी के साथ समायोजित किया जाए।
उन्होंने नगरनिकाय अधिकारियों से कहा कि शहरी क्षेत्रों में नगर निकाय प्रभावी ढंग से काम करें ताकि नागरिकों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। ड्रेनेज वाटर का नियमित निकास हो तथा सुनिश्चित करें कि ड्रेनेज ढके हुए हो। नालियों की लीकेज व ब्लॉकेज आदि की जांच करवाते हुए देखें कि नालियों में कचरा, पॉलीथिन व प्लास्टिक आदि वेस्ट न हो।
उन्होंने सीईओ मोहन लाल खटनावलिया से कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जल भराव से अवांछित स्थिति पैदा नहीं हो, इसके लिए ग्रामीण विकास से जुड़े अधिकारियों को अलर्ट रखें तथा पंचायतों में उपलब्ध संसाधनों को दुरुस्त रखें। उन्होंने कहा कि नियमित रूप से मौसम गतिविधियों की समीक्षा की जाए। विभागों से संबंधित गतिविधियों का पूर्वाभ्यास किया जाए तथा नियमित एनालिसिस करें।
इस दौरान एडीएम उत्तमसिंह शेखावत, सुजानगढ़ एडीएम मंगलाराम पूनिया, सीईओ मोहनलाल खटनावलिया, चूरू एसडीएम बिजेंद्र सिंह, एसीईओ दुर्गा ढाका, एडीपीआर कुमार अजय, रतनगढ़ एसडीएम अमित कुमार वर्मा, राजगढ़ एसडीएम सुशील कुमार सैनी, सुजानगढ़ एसडीएम ओमप्रकाश वर्मा, बीदासर एसडीएम सुमन, सरदारशहर एसडीएम मीनू वर्मा, रतनगढ़ तहसीलदार गिरधारी सिंह, राजगढ़ तहसीलदार इमरान खान, चूरू नगरपरिषद आयुक्त अभिलाषा सिंह, डीओआईटी एसीपी नरेश टुहानिया, पीएचईडी एसई रमेश राठी, सीएमएचओ डॉ मनोज शर्मा, एपीआरओ मनीष कुमार, दीपक शर्मा सहित नगरनिकाय अधिकारी, तहसीलदार व विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
गौशाला में किया पौधरोपण
बैठक के बाद जिला कलक्टर ने सुजानगढ़ मुख्यालय स्थित गौपाल गौशाला में पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अधिकाधिक पौधरोपण की अपील की। इस दौरान सुजानगढ़ एसडीएम ओमप्रकाश, पशुपालन संयुक्त निदेशक डॉ ओमप्रकाश, गौशाला नोडल अधिकारी डॉ निरंजन चिरानिया, गौशाला सुजानगढ़ नोडल अधिकारी डॉ सतीश शर्मा, गौशाला अध्यक्ष माणकचंद सराफ, महावीर प्रसाद बगड़िया, पवन कुमार तोदी, निर्मल कुमार स्वामी सहित अन्य उपस्थित रहे।
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