जैन संत की हत्या के विरोध में जिला बंद, आरोपियों को कड़ी सजा
जैन संत की हत्या के विरोध
अजमेर। अजमेर दिगम्बर जैन संत आचार्य की कर्नाटक प्रांत में हुई निर्मम हत्या को लेकर सकल जैन समाज की ओर से बंद के आह्वान पर गुरुवार को जैन समाज ने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखकर विरोध जताया। समाज की ओर से किए गए बंद के आह्वान का अन्य संगठनों ने भी समर्थन किया। समाज के महिला पुरुष छोटे धड़े की नसियाँ, दौलत बाग के सामने एकत्रित होकर साधु संतो के सानिध्य में एक मौन रेली के रूप में नया बाजार चौपड़ पर पहुंचे। यहां एक जनआक्रोश सभा हुई, जिसमें सतों व वक्ताओं ने मुकदमा फास्ट ट्रेक अदालत में चलाने व आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की। सभा के बाद में मौन जुलूस के रूप में पहुंचकर कलेक्टर को प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा।
दिगम्बर जैन आचार्य कामकुमार नंदी महाराज की दर्दनाक हत्या बेलगाव के चिकोड़ी गांव में पारसनाथ धाम पर 5 जुलाई की रात्रि को की गई। इसी क्रम में संपूर्ण भारत में 20 जुलाई का दिन निश्चित करते हुए सभी जगह बंद एवं आक्रोश का प्रदर्शन करने का निर्णय लिया। इसी क्रम में अजमेर में समल जैन समाज के लोग छोटे धडे़ की नसियां में एकत्र हुए और यहां से मौन जूलूस के रूप में नया बाजार चौपड़ पहुंचे। जहां पर जन आक्रोश सभा हुई। यहां जन आक्रोश सभा को जैन मुनियों व समाज के लोगों ने सम्बोधित करते हुए घटना की कडे़ शब्दों में निन्दा की। इस दौरान संतों ने कहा कि जैन आचार्य कामकुमार नंदी महाराज की दीक्षा 35 वर्ष पूर्व हुई थी। वह कईं भाषाओं के ज्ञाता थे। जिन्होंने आध्यात्मिक को वैज्ञानिक पद्धति से सिखाने का काम चलाया । सकल जैन समाज स्थानीय सरकार, प्रशासन एवं केन्द्र सरकार से निवेदन है कि हत्या करने वालों को फास्टट्रैक अदालत में सुनवाई कर कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाए। जिससे भविष्य में ऐसा कुकृत्य ना हो।
जैन समाज की ओर से किए गए बंद काे लेकर व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे गए और विरोध जताया। इस दौरान अन्य संगठनों ने भी समर्थन किया। शहर के नया बाजार, मदार गेट, पुरानी मंडी, पड़ाव, केसरगंज, वैशाली नगर, स्टेशन रोड, कचहरी रोड पर समाज के लोगों ने अपनी दुकानें नहीं खोली। इस दौरान अन्य लोगों ने भी बंद का समर्थन किया। कुछ दुकानें खुली देखी गई लेकिन अधिकांश बंद थी। सभा के बाद समाज के लोग कलेक्ट्रेट पहुंचेगे और प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, कर्नाटक सरकार व राजस्थान सरकार के नाम ज्ञापन जिला कलेक्टर को सौंपेंगे।