मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को नही हों किसी प्रकार की परेशानी: जिला कलेक्टर
रणथम्भौर त्रिनेत्र गणेश जी का तीन दिवसीय मेला 18 सितम्बर से 20 सितम्बर, 2023 तक आयोजित होगा। मुख्य मेला 19 सितम्बर को होगा। जिला कलक्टर सुरेश कुमार ओला की अध्यक्षता में सोमवार को गणेश मेले के लिए विभागों को पूर्व में दिए गए निर्देशों की समीक्षा एवं तैयारियों के संबंध में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित हुई।
बैठक में जिला कलक्टर ने अब तक की गई तैयारियों एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने तथा सभी व्यवस्थाएं पुख्ता एवं गुणवत्ता के साथ पूरी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने मेले की व्यवस्थाओं के लिए अब तक किए गए कार्याें की जानकारी प्राप्त कर अधिकारियों से समर्पित होकर मेले को सफल बनाने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने कानून व्यवस्था, बिजली, शौचालय, पर्याप्त रोशनी आदि की तैयारियों एवं व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने मेले में आने वाले यात्रियों को परिवहन की समुचित सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए रोडवेज के अधिकारी से अतिरिक्त बसों के संचालन के संबंध में जानकारी ली। मेले की समुचित व्यवस्थाओं एवं देखरेख के लिए मेला मजिस्ट्रेट एवं एसडीएम सवाई माधोपुर अनिल कुमार चौधरी से जानकारी प्राप्त की। इसी प्रकार किला, गणेशधाम सहित अन्य स्थानों के लिए की गई व्यवस्थाओं एवं तैयारियों की समीक्षा की।
जिला कलक्टर ने मेले से पूर्व बस स्टैण्ड एवं जहां यात्रियों का आवागमन अधिक रहता है ऐसी क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत करने के निर्देश सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी को दिए। उन्होंने शहर के प्रमुख रास्तों पर हो रहे अतिक्रमणों को हटवाने के निर्देश नगर परिषद आयुक्त होती लाल मीना को प्रदान किए।
बिजली एवं पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित हो:- समीक्षा बैठक में कलक्टर ने रणथंभौर किले, जोगी महल से गणेश धाम एवं गणेश धाम से सवाई माधोपुर तक बिजली की समुचित व्यवस्था किए जाने, साइलेंट जनरेटर लगाने, विद्युत लाईनों को दुरस्त करने, बिजली के खुले बॉक्सों को ढकने के निर्देश दिए।
अतिरिक्त बसें लगाने के निर्देश:- मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को आवागमन के साधनों की पर्याप्त व्यवस्था के लिए जिला कलक्टर ने रोडवेज के अधिकारियों से अतिरिक्त बसें लगाने, डीटीओ को बसों एवं अन्य साधनों में ओवरलोडिंग रोकने के संबंध में व्यापक दिशा निर्देश दिए।
तैनात रहेंगे गोताखोर एवं एसडीआरएफ की टीम:- मेले के दौरान किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना नहीं हो, इसे रोकने के लिए गौताखोर एवं एसडीआरएफ की टीमें भी तैनात रहेंगी। जिला कलक्टर ने जल स्त्रोतो के पास चैतावनी के बोर्ड लगाने के निर्देश दिए।
सफाई पर रखा जाए विशेष ध्यान:- जिला कलक्टर ने मेले के दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने मेले में लगने वाले सभी सफाई कर्मियों को एक ड्रेस कोड रिफलेक्टर जैकेट पहनने के निर्देश दिए। भण्डारे वाले स्थानों एवं अन्य स्थानों पर डस्टबिन रखे जाएंगे। सिंगलयूज प्लास्टि जैसे प्लास्टिक के दोने, पत्तल, डिस्पोजल, चम्मच, पॉलिथीन सहित अन्य सिंगलयूज प्लास्टिक से निर्मित सामग्री पर पूर्णतयाः प्रतिबंध रहेगा। यात्रियों की सुविधा के लिए मंदिर परिसर में भी अस्थाई शौचालय लगाएं जाएंगे। इसके अतिरिक्त बाहर के जिलों से मोबाईल शौचालय भी मंगवाए गए है।
लगातार कार्य करेंगे नियंत्रण कक्ष:- त्रिनेत्र गणेश मेले के दौरान गणेश धाम तिराहे एवं गणेश मंदिर रणथंभौर किले में नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाने की समीक्षा की। नियंत्रण कक्ष 24 घण्टे लगातार कार्य करेंगे तथा इन पर उद्घोषक एवं अन्य कर्मचारी तैनात रहेंगे। साथ ही पब्लिक एड्रेसिंग सिस्टम के स्पीकर मेले में विभिन्न स्थानो पर रखे जाने के संबंध में निर्देश दिए।
बिना अनुमति के नहीं लगा सकेंगे भण्डारे:- सभी भण्डारे निःशुल्क लगाए जाएंगे। भण्डारे लगाने से पूर्व नगर परिषद् क्षेत्र में नगर परिषद् कार्यालय एवं ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत समिति कार्यालय से अनुमति अनिवार्य है। बिना पूर्व अनुमति के भण्डारे लगाने वालों के खिलाफ जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जाएगी। किन्तु अमानता राशि प्रति भण्डारा 5 हजार रूपये वसूल किए जाएंगे। अमानता राशि भण्डारा स्वीकृति आदेश में अंकित शर्तो की पूर्ण पालना करने पर वापस लौटाई जाएगी। शर्तो की पालना पूर्णतया नहीं करने पर अमानता राशि जप्त कर ली लाएगी। भण्डारों की संख्या सीमित होगी, प्रत्येक भण्डारे पर पांच व्यक्ति कचरा संधारण व्यवस्था में लगाने के लिए तथा अमानक कप, गिलास, दौना, पॉलिथीन के पूर्ण प्रतिबन्ध रहने तथा कार्मिशियल गैस सिलिण्डर के उपयोग की शर्ते दुकान आवंटन आदेश में अंकित करने के लिए निर्देश प्रदान किए। पंचायत समिति द्वारा भण्डारे की डस्टबिन से कचरा ट्रेक्टर द्वारा उठवाकर उचित स्थान पर संधारण की व्यवस्था की जाएगी।
मेले में प्रसाद व खाना पुड़ी-सब्जी, लड्डू, पकोड़ी आदि खाद्य सामग्री उत्तम क्वालिटिी व फिक्स रेट पर बेचे जाने तथा दूध से बनी हुई वस्तुएं भण्डारे में काम में नहीं लेने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व जिला रसद अधिकारी सवाई माधोपुर को निर्देशित किया।
डीजे पर रहेगा पूर्णतः प्रतिबंध:- जिला कलक्टर ने मेले के दौरान यात्राओं में आने वाले एवं भण्डारों में लगने वाले डीजे साउण्ड पर पूर्णतयाः प्रतिबंध लगाने के लिए जिला परिवहन अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक को निर्देश प्रदान किए।
सडे एवं खराब खाद्य पदार्थाे पर रहेगी नजर:- बैठक में चिकित्सा विभाग के खाद्य निरीक्षक एवं रसद विभाग की टीमों द्वारा मेले के दौरान बिकने वाले खाद्य पदार्थ, सडे-गले फलों पर विशेष नजर रखने, इनकी बिक्री नहीं होने देने के निर्देश दिए। साथ ही खाद्य पदार्थाे की गुणवत्ता की जांच के लिए सैंपलिंग करने के निर्देश दिए।
चिकित्सकों की टीम व एंबुलेंस रहेगी तैनात:- मेले के दौरान गणेश धाम एवं किले में चिकित्सा टीम मौजूद रहेगी। चिकित्सकों की टीम 8-8 घण्टे की पारियों में तैनात रहेगी। वहीं दवाईयों की उपलब्धता भी रहेगी। इसी प्रकार किले के नीचे एवं गणेश धाम पर एंबुलेंस भी तैनात रहेगी। नगर परिषद द्वारा दमकलों को भी तैनात किया जाएगा। इसी प्रकार सामान्य चिकित्सालय में इमरजेंसी के लिए बेड खाली रखवाने के निर्देश भी कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को दिए।
यहां रहेगी पार्किंग:- मेले के दौरान वाहनों की पार्किंग व्यवस्था दो स्थानों पर की गई है। सवाई माधोपुर शहर की ओर से आने वाले वाहनों के लिए खिलचीपुर के पास भौमिया जी की टैक पर तथा श्यामपुरा की ओर से आने वाले वाहनों के लिए झरेटी नाले के पास शेरपुर में पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
चप्पे-चप्पे की होगी वीडियोग्राफी:- मेले के दौरान भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर सीसी टीवी कैमरे लगाये जायेंगे तथा वीडियोंग्राफी की जायेगी।
बैठक में जिला कलक्टर ने कहा की मेले ड्यूटी में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी जो अधिकारी निरीक्षण के दौरान ड्यूटी समय में अनुपस्थित मिलने पर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।
बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अगरवाला, अतिरिक्त जिला कलक्टर जीतेन्द्र सिंह नरूका, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु शर्मा, एसडीएम अनिल कुमार चौधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. धर्मसिंह मीना, नगर परिषद् आयुक्त होती लाल मीना, जिला परिवहन अधिकारी दयाशंकर गुप्ता, मंदिर ट्रस्टी सहित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
फोटों केप्शन:- 11 पीआरओं 1 एवं 2 बैठक में उपस्थित जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला एवं अन्य अधिकारी।