बेटी को मिला न्याय, नहीं चाहिए पैसा और मकान, फांसी के फंदे तक पहुंचा आरोपी
बेटी को मिला न्याय
भीलवाड़ा। भीलवाड़ा पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू ने पत्रकार वार्ता में कहा कि शाम चार बजे खेत पर गैंगरेप और हत्या हुई। उसके बाद शव को आरोपी डेरे पर ले आए। शाम करीब साढ़े पांच और छह के बीच में कोयले की भट्टी जलाकर किशोरी को उसमें डाल दिया। रात साढ़े ग्यारह बजे भट्टी खोली तो आरोपियों को किशोरी का पूरा शरीर जला हुआ नहीं मिला। उसमें से अवशेष निकाल थैले में डालकर तालाब में फेंका। जबकि एक दिन पहले परिजनों का कहना था कि बुधवार रात सवा दस से साढ़े दस के बीच वह जलती भट्टी के पास पहुंच गए थे। उसमें एक हाथ जलता नजर आया था। परिजनों और ग्रामीणों ने आरोपियों को पकड़ कर पुलिस को सूचना दी थी। रात ग्यारह बजे कोटड़ी पुलिस वहां पहुंच गई थी।
भीलवाड़ा. राजस्थान को झकझोर देने वाली भीलवाड़ा की बेटी की जघन्य हत्या को लेकर परिजनों में ही गुस्सा नहीं दिख रहा बल्कि पूरा राजस्थान घिनौती हरकत पर शर्मसार है। इसके बावजूद पुलिस-प्रशासन व सरकार इस प्रकरण को दबाने में लगी है। परिवार को प्रलोभन देकर चुप रखने का भरसक प्रयास हो रहा है। शुक्रवार को गांव पहुंच कर दरिदंगी की शिकार हुई किशोरी के पिता से बात की तो उनके गले से दर्द का गुस्सा सिस्टम के खिलाफ छलक पड़ा। उनका कहना था कि बेटी की मौत के बदले उनको ना पैसा चाहिए ना मकान। आरोपी फांसी के फंदे तक पहुंचने चाहिए। तभी परिवार को न्याय और बेटी को शांति मिलेगी। पिता का कहना था कि जनप्रतिनिधि और अफसर करोड़ों रुपए और मकान का प्रलोभन दे रहे हैं। लेकिन मेरे परिवार पर क्या बीत रही, इससे उनको कोई परवाह नहीं। जिस बेटी का मैं अंतिम संस्कार तक नहीं कर पाया उसकी मौत पर नेता और अफसर बोली लगा रहे हैं। उधर, पुलिस ने उत्तरप्रदेश में हुए उन्नाव कांड की तरह किशोरी के गांव की घेराबंदी कर रखी है। आने-जाने वालों पर नजर रखी जा रही है। गमी की बैठक में भी सिविल वर्दी में पुलिसकर्मी बैठे हुए हैं।
पुलिस अधीक्षक सिधू ने कहा कि यह मामला रेयर ऑफ द रेयरेस्ट केस है। इसकी फास्ट ट्रेक मोड पर जांच होगी। जल्द चालान पेश करके केस ऑफिसर स्कीम में लिया जाएगा। सिधू ने कहा कि किशोरी को खेत में गैंगरेप के बाद उसके सिर पर लाठी से वार कर मारा गया। उसके बाद डेरे पर लाकर भट्टी में डाला। जिस समय भट्टी में डाला उस समय वह जिंदा थी या मर गई। इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। थैले में मिले किशोरी के अवशेष की एफएसएल और डीएनए जांच से काफी स्थिति साफ हो जाएगी। सभी दस आरोपियों को नामजद कर लिया गया है। शेष आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी हो जाएगी। गैंगरेप के आरोपी कान्हा और कालू की पत्नी शव को ठिकाने लगाने में शामिल थीं। आरोपियों ने सरकारी जमीन पर भट्टी लगा रखी थी। भट्टी से अवशेष निकालते समय कुछ आरोपियों के हाथ पर जले हुए के निशान मिले हैं। आरोपियों को किशोरी जानती थीं। क्योंकि वह खेत के पास डेरा बनाकर रहते थे।