राजस्थान के जालोर में शिक्षक की पिटाई से 9 साल के दलित छात्र की मौत के बाद से आए दिन इस तरह की घटनाएं सामने आ रही है लेकिन इनसे कोई सबक नहीं लिया जा रहा है। आज फिर से ऐसा ही मामला यूपी के औरैया जिले से आया। जहां एक शिक्षक की पिटाई से एक दलित बच्चे की मौत हो गई।
टेस्ट में गलत जवाब लिखने पर पीटा
दरअसल यह मामला 20 दिन पुराना है। यहां के अछल्दा थाना क्षेत्र के बेसौली गांव में राजू दोहरे का 15 साल का बेटा निखिल पास के ही एक स्कूल 10वीं का छात्र था। 7 सितंबर को निखिल के शिक्षक अश्वनी सिंह ने टेस्ट में गलत जवाब लिखने पर उसे बेरहमी से पीटा था. जिससे छात्र को गम्भीर चोट आई थी। जिसके बाद छात्र के परिजनों ने स्कूल में शिकायत की तो शिक्षक ने बच्चे का इलाज कराने के लिए पैसे देने की बात कही। परिजनों का कहना है कि छात्र को सैफई स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया। आरोपी शिक्षक ने दो बार तो पैेेसे दे दिएलेकिन उसेक बाद पैसे देने भी बंद कर दिए और फओन उठाना भी बंद कर दिया। जिसके बाद छात्र के परिजनों ने पुलिस थाने में मामला दर्तज कराया।
भीम आर्मी और सपा विधायक घटनास्थल पर पहुंचे
लेकिन घटना के 20 दिन बाद यानी आज बच्चे की अस्पताल में मौत हो गई। जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया। लेकिन पोस्टमार्टम होने के बाद शव जैसे ही छात्र के गांव आया तो परिजनों सहित ग्रमीण शव देककर भड़क गए। उन्होंने शव को रखकर जोरदार प्रदर्शन किया। मामले को तूल पकड़ता देख भीम आर्मी सहित सपा के विधायक प्रदीप यादव मौके पर पहुंचे। उनके आते ही प्रदर्शनकारियों ने पूरे मामले से दोनों को अवगत कराया और अपनी मांगे भी रखीं।.3
50 लाख रुपए मुआवजा, नौकरी, आवास और आरोपी शिक्षक की गिरफ्तारी की मांग
दूसरी तरफ मामले को शांत करने के लिए मौके पर भारी पुलिस बल को तैनात किया गया और एडिशनल एसपी और सीओ भी गांव में पहुंचे। जिसके बाद लोगों को समझाने का प्रयास किया गया। जिसके बाद परिजनों ने 50 लाख रुपए मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को नौकरी, आवास और आरोपी शिक्षक की गिरफ्तारी की मांग की। इस पर प्रशासन ने परिजनों को संभव मदद करने का भरोसा दिया।
न्यूज़ क्रेडिट: sachbedhadak