शहर में घर-घर भटक रही गायें, रातभर जागकर फसलों की रखवाली करने को मजबूर किसान, प्रशासन सुस्त

दौसा राजौली क्षेत्र समेत ग्राम पंचायत इंदावा, गोल, डिगो, कुटक्या, खटूंबर सहित आसपास के गांवों में गोवंश इस कड़ाके की ठंड में चारे पानी की जुगत में दर-दर भटक रहा है

Update: 2022-12-28 07:49 GMT
दौसा। दौसा राजौली क्षेत्र समेत ग्राम पंचायत इंदावा, गोल, डिगो, कुटक्या, खटूंबर सहित आसपास के गांवों में गोवंश इस कड़ाके की ठंड में चारे पानी की जुगत में दर-दर भटक रहा है। वहीं किसान भी रातभर जागकर फसल की रखवाली को मजबूर हैं। गौवंश अपने पेट की भूख शांत करने के लिए सड़कों पर पड़ी प्लास्टिक की थैलियों समेत कचरे के ढेर में मुंह मारते हुए न जाने कितनी तकलीफों का सामना कर रहा। इंदावा, डिगो, गोल, कुट्क्या,खटुम्बर के ग्रामीण अपनी फसलों को गोवंश से बचाने के लिए रातभर जागकर रखवाली कर रहे हैं। जबकि, राज्य सरकार ने इन सड़कों पर घूमते गोवंश को संरक्षण के लिए पंचायत मुख्यालयों पर नंदी गौशाला खोलने की घोषणा जरूर की थी, पर सरकार के चार साल पूर्ण होने पर भी सड़कों पर दर दर भटकते गोवंश को संरक्षण प्रदान करने के लिए गौशाला का निर्माण कार्य अभी तक नहीं किया गया है।
जिसके चलते गोवंश अपने पेट की भूख मिटाने के लिए रोजाना खेतों में लगी मेड़बंदी व तारबंदी को लांघकर किसानों के खेतों में खड़ी फसल को नुकसान पहुंचाते हैं। गौरतलब है कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य आबकारी मंत्री परसादीलाल मीणा ने चार साल पहले विधानसभा चुनावों के दौरान सड़कों पर घूमने वाले गोवंश के नंदी सांडों को सुरक्षित रणथंभौर के जंगलों में छुड़वाने का वायदा रामगढ़ पचवारा क्षेत्र में अपने चुनावी भाषण में लोगों से किया था। ग्राम पंचायत कुटक्या, खटुम्बर, इंदावा, गोल,डिगो के ग्रामीण नमोनारायण मीणा, कांजी, विनोद राहुल आदि ने बताया कि गोवंश से फसलों को बचाने के लिए कड़ाके की ठंड में रातभर जागकर गोवंश की निगरानी करनी पड़ रही है।
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